गांडेय, गिरिडीहः जिला के बेंगाबाद थाना अंतर्गत बारासोली से एक मरीज को लेकर जा रहे वाहन को चेकपोस्ट पर पुलिस द्वारा रोक दिए जाने के कारण मरीज की मौत रास्ते में ही हो गयी. घटना के बाद परिजनों में काफी आक्रोशित हो गए. लोगों ने कुछ देर के लिए बेंगाबाद गिरिडीह मुख्य मार्ग को बारासोली के समीप जाम कर दिया. हालांकि पुलिस और प्रशासन सूझ-बूझ से काम लेते हुए फौरन लोगों को समझाकर शांत किया और जाम हटा लिया गया.
परिजनों का पीटने का आरोप
घटना के बाबत जानकारी देते हुए मृतक के परिजनों ने बताया कि बारासोली निवासी 35 वर्षीय पंचन तुरी अपने घर में काम कर रहा था. दोपहर के बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गयी और वह बेहोश हो गया.
आनन फानन में परिजन उसे निजी ऑटो से सदर अस्पताल के लिए निकले, लेकिन सिहोडीह स्थित चेक पोस्ट तैनात पुलिसकर्मियों ने मरीज लेकर जा रहे ऑटो को रोक दिया और साथ जा रहे परिजनों के साथ मारपीट की.
परिजनों का आरोप है कि ऑटो में चार पांच की संख्या में लोग मरीज को लेकर जा रहे थे, जिन्हें चेकपोस्ट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने बेरहमी से डंडे से पिटाई कर दी.
ये भी पढ़ें- दुमका में मॉब लिंचिंग, दो व्यक्ति की जमकर पिटाई, एक की मौत
जिससे कुछ लोग वहां से भाग गए, बाद में पीछे से कुछ परिजन बाइक से अस्पताल जा रहे थे जिन्हें भी पुलिस बल द्वारा रोक कर पीटा गया. इस दौरान लगभग घंटों समय बीत जाने के बाद काफी आरजू मिन्नत के बाद पुलिस ने मरीज को अस्पताल जाने दिया. अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने मरीज को मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और शव लेकर वापस गांव लौटने के बाद लोग सड़क पर उतर गए.
परिजनों ने की न्याय की मांग
परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों की लापरवाही और अमानवीय व्यवहार के कारण मरीज की जान चली गयी. अगर चेक पोस्ट पर पुलिस जवान वाहन को रोक कर लोगों को पिटाई नहीं करते तो मरीज की जान बच सकती थी. परिजनों ने वरीय पुलिस अधिकारियों से न्याय की मांग की है.
मामले की होगी जांच
घटना के बाद इंस्पेक्टर गुलाब सिंह, बेंगाबाद थाना प्रभारी प्रशांत कुमार दल बल के साथ बारासोली पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाबुझा कर सड़क से हटाया. थाना प्रभारी ने कहा कि लोगों को समझाकर जाम हटा लिया गया है. मामले की जांच वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार की जाएगी.