गिरिडीह: गावां से लापता युवक की लाश सेरुआ नदी के किनारे मिली है. शव को झाड़ियों के बगल में जमीन के नीचे गाड़ दिया गया था. शुक्रवार की सुबह शव मिलने से सनसनी फैल गई. पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है. इधर घटना से आक्रोशित लोगों ने गावां थाने का घेराव किया. लोग पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं.
रविवार से ही चिंतामणि रविदास का 18 वर्षीय पुत्र सोनू रविदास लापता था. इसे लेकर काफी हो-हंगामा भी हो रहा था. अपहरण की आशंका जताई गई थी. पूर्व विधायक राजकुमार यादव भी इसे लेकर आंदोलनरत थे. स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए एसपी अमित रेणू के निर्देश पर एसडीपीओ खोरी महुआ मामले की जांच कर रहे थे. सोनू के मोबाइल का डिटेल भी निकाला गया. जिसमें मिली जानकारी के आधार पर पुलिस छानबीन कर रही थी. कांड के उदभेदन के लिए जमुआ इंस्पेक्टर, सरिया इंस्पेक्टर समेत कई अधिकारियों को लगाया गया था. गिरिडीह पुलिस की टीम हैदराबाद, दिल्ली भी गई थी.
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कॉल डिटेल में मिली थी महत्वपूर्ण जानकारी
यह भी बताया जाता है कि लापता होने से पहले युवक ने एक युवती को कई बार कॉल किया था. वहीं, एक माह में उसी युवती के नंबर पर सैकड़ों बार कॉल के डिटेल भी मिलने की बात कही जा रही है. इन जानकारियों के बाद पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही थी. इस मामले में खोजी कुत्ते का भी सहारा लिया गया था.