गिरिडीह: जिला के औद्योगिक इलाकों में आयरन ओर की तस्करी हो रही है. इसका खुलासा मुफस्सिल पुलिस द्वारा पकड़े गए चार ट्रकों से हुआ है. तस्करी के इस बड़े खेल में अंतरराज्यीय माफिया शामिल है. इन माफियाओं का रैकेट ओडिशा, पश्चिम बंगाल से लेकर झारखंड और बिहार तक फैला हुआ है. इस मामले में मुफस्सिल थाना (Mufassil Police Station) पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है और पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. पूरी कार्रवाई सदर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह की अगुवाई में हुई है.
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ऐसे सामने आया मामला
ट्रक मालिक और ड्राइवर के झगड़े ने आयरन ओर (फाइन्स) तस्करी का खुलासा किया. पैसे की खातिर जब ट्रक ड्राइवर और मालिक आपस में उलझ गए थे. इस उलझन की जानकारी मिलने पर मुफस्सिल थाना पुलिस पहुंची तो मामले में आयरन ओर की तस्करी से भी पर्दा उठ गया. उसके बाद मुफस्सिल पुलिस ने ट्रकों की जांच की और उसपर लोड़ आयरन ओर के संबंध में पूछताछ की गई. साथ ही कागजातों को खंगाला गया तो परत दर परत जो बातें सामने आई उसने पुलिस को भी चौंका दिया.
पुलिस सबूत इकट्ठा करने में जुटी
ट्रकों की जांच में और दस लोगों से पूछताछ में यह भी साफ हो गया कि एक अन्तराज्जीय गिरोह आयरन ओर (फाइन्स) का अवैध खनन और तस्करी कर रहा है. इस गिरोह के द्वारा ही आयरन ओर को गिरिडीह समेत कई राज्यों के विभिन्न जिलों के लौह फैक्ट्रियों में खपाया जा रहा है. इस गिरोह का तार ओडिशा से लेकर गिरिडीह तक फैला हुआ है. हालांकि अभी तक पुलिस इस मामले में सबूत इकट्ठा कर रही है.
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तीन ट्रक मालिकों समेत नौ के विरूद्ध प्राथमिकी
अब तक के पड़ताल में जिन पांच लोगों को जेल भेजा गया है. उन लोगों ने कई महत्वपूर्ण राज उगले हैं, लेकिन पुलिस खुलासा नहीं कर रही है. इस धंधे में कई लोग शामिल है. प्रशासन के आंख में धूल झोंककर लंबे समय से इस अवैध कारोबार को किया जा रहा था. मुफस्सिल थाना में इस मामले में को लेकर आयरन ओर लदे जब्त तीनों ट्रकों के विरूद्ध खान एवं खनिज (विकास एवं विनियम) 1957 की धारा 21 एवं द झारखंड मिनरलस (प्रिविनेशन ऑफ इलिगल माईिनंग ट्रास्पोटिंग एंड स्टोरेज) रूल्स 2017 के नियम 13 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
कई अभियुक्त फरार
प्राथमिकी में अरविन्द सिंह, रंजु यादव, निरंजन शर्मा, रंजीत पाण्डेय, यशवंत पॉल और खालिद समेत जब्त तीनों ट्रकों के मालिकों को अभियुक्त बनाया गया है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद गिरफ्तार पांचों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा गिरिडीह भेज दिया गया. अभियुक्तों में तीनों ट्रकों के मालिकों और खालिद फरार है. जेल गए लोगों में अरविंद गया जिले के गुरूआ थाना क्षेत्र के कनौदी का रहने वाला है. रंजु यादव औरंगाबाद जिले के हसपूरा थाना क्षेत्र के मठिया का रहनेवाला है. निरंजन शर्मा रोहतास जिले के तिलौथु थाना क्षेत्र के भदोखरा का, रंजीत पांडेय सिवान जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र के सहकोला का और यशवंत पॉल ओडिशा के कटक जिला के चौल्यागंज थाना क्षेत्र के महानदी विहार का रहने वाला है.
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जांच में नहीं मिला था खनिज का परिवहन चालान
ट्रकों को पकड़ने के बाद पुलिस द्वारा कागजातों की जांच जिला खनन पदाधिकारी से कराया था. जांच में जिला खनन पदाधिकारी ने खनिज का परिवहन चालान नहीं पाया था. तीनों ट्रकों के विरूद्ध जिला खनन पदाधिकारी ने जांच प्रतिवेदन में कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया था.
आयरन ओर को जांच के लिए भेजा गया
बताया जाता है कि जिन चार ट्रकों को पकड़ा गया था उनमें से एक ट्रक स्वाती नामक लौह फैक्ट्री के बाहर खड़ा था. उस ट्रक का आयरन ओर खाली किया जा चुका था. फैक्ट्री के बाहर से पकड़ाए ट्रक के चालक ने भी पुलिस को आयरन ओर स्वाती फैक्ट्री में अनलोड़ करने की बात कही थी. जिला खनन पदाधिकारी ने गुरूवार को स्वाती फैक्ट्री से आयरन ओर का सेंपल लिया है. जिसकी जांच करायी जा रही है. यह पता लगाया जा रहा है अन्य ट्रकों में मिले आयरन ओर और इस आयरन ओर में क्या समानता है. कहा जा रहा है कि रिपोर्ट आने के बाद इस दिशा में पुलिस की कार्रवाई तेज होगी.