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दुमकाः ऐसे कैसे बचेगा पानी! जब नदियों में खुलेआम डाला जा रहा है कचरा

आज समाज में प्रदूषण को लेकर बड़ी-बड़ी बातें होती हैं. वहीं पर्यावरण के प्रति जगरुकता को लेकर प्रतिदिन अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन चिंता का विषय बन गया है दुमका में जल प्रदूषण. जिस पर किसी का भी ध्यान नहीं है.

दुमका में जल प्रदूषण
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Published : Jul 2, 2019, 8:39 AM IST

दुमका: एक तरफ सरकार जल संरक्षण को लेकर प्रतिदिन नई-नई योजना ला रही है. कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. वहीं दुमका के जलाशयों में कचरा डाल उसे प्रदूषित किया जा रहा है. जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है.

वीडियो में देखें पूरी ख़बर
दुमका शहर के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण इलाकों की छोटी नदियों और तालाबों में कचरा डाला जा रहा है. जिसके बाद उसका पानी मवेशियों तक के पीने योग्य नहीं रह गया है. यहां तक कि लोग इन जलाशयों में शराब की बोतलें डाल कर उसे खतरनाक बना रहे हैं. खासतौर पर जिले की लाईफ लाईन कही जाने वाली मयूराक्षी नदी के जल को लोग प्रदूषित कर रहे हैं.

क्या कहते हैं लोग
इन जलाशयों को बर्बाद किये जाने से स्थानीय लोग काफी चिंतित हैं. उनका कहना है कि जलाशय को खराब कर उसे दूषित किया जा रहा है. वे प्रशासन से इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं.

क्या कहते हैं अधिकारी
जब इस बाबत ईटीवी भारत के संवाददाता ने जिला भूमि सुधार उप समाहर्ता विनय मनीष लकड़ा से बात की तो उन्होंने भी माना कि मामला काफी गंभीर है. उन्होंने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई की बात कही.

दुमका: एक तरफ सरकार जल संरक्षण को लेकर प्रतिदिन नई-नई योजना ला रही है. कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. वहीं दुमका के जलाशयों में कचरा डाल उसे प्रदूषित किया जा रहा है. जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है.

वीडियो में देखें पूरी ख़बर
दुमका शहर के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण इलाकों की छोटी नदियों और तालाबों में कचरा डाला जा रहा है. जिसके बाद उसका पानी मवेशियों तक के पीने योग्य नहीं रह गया है. यहां तक कि लोग इन जलाशयों में शराब की बोतलें डाल कर उसे खतरनाक बना रहे हैं. खासतौर पर जिले की लाईफ लाईन कही जाने वाली मयूराक्षी नदी के जल को लोग प्रदूषित कर रहे हैं.

क्या कहते हैं लोग
इन जलाशयों को बर्बाद किये जाने से स्थानीय लोग काफी चिंतित हैं. उनका कहना है कि जलाशय को खराब कर उसे दूषित किया जा रहा है. वे प्रशासन से इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं.

क्या कहते हैं अधिकारी
जब इस बाबत ईटीवी भारत के संवाददाता ने जिला भूमि सुधार उप समाहर्ता विनय मनीष लकड़ा से बात की तो उन्होंने भी माना कि मामला काफी गंभीर है. उन्होंने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई की बात कही.

Intro:दुमका -
एक तरफ सरकार जल संरक्षण को लेकर प्रतिदिन नई - नई योजना और कार्यक्रम चला रही हैं । वहीं दुमका में जलाशयों में कचरा डाल उसे प्रदूषित और बर्बाद किया जा रहा है । इससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है ।


Body:नदी - तालाब सभी मे कचरा के साथ शराब की बोतलें ।
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दुमका शहर के साथ साथ आसपास के ग्रामीण इलाकों की छोटी नदियों और तालाबों में कचरा डाला जा रहा है जिससे वह दूषित हो रहा है । उसका पानी मवेशियों तक के पीने के योग्य नहीं रह गया है । यहाँ तक कि लोग इन जलाशयों शराब की बोतलें डाल कर उसे खतरनाक बना रहे हैं । खासतौर पर जिले की लाईफ लाईन कहि जानी वाली मयूराक्षी नदी के जल को लोग प्रदूषित कर रहे हैं ।


Conclusion:क्या कहते हैं लोग ।
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इन जलाशयों को बर्बाद किये जाने से स्थानीय लोग काफी चिंतित हैं । उनका कहना है कि जलाशय को खराब कर उसे दूषित किया जा रहा है । वे प्रशासन से इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं ।

क्या कहते है अधिकारी ।
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इस संबंध में जब हमने दुमका के जिला भूमि सुधार उप समाहर्ता विनय मनीष लकड़ा से बात की उन्होंने भी माना की मामला काफी गंभीर है । उन्होंने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई की उन्होंने बात कही ।

बाईट - विनय मनीष लकड़ा , जिला भूमि सुधार उप समाहर्ता, दुमका ।
फाईनल वीओ -
आज समाज में प्रदूषण को लेकर बड़ी बड़ी बातें करते है , पर्यावरण के प्रति प्रतिदिन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है वही दुमका में जल प्रदूषण पर किसी का ध्यान नहीं है जो काफी चिंतनीय है ।

सर , यह खबर रेडी टू एयर फ़ॉर्मेट में भेजे हैं ।
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