दुमका: अक्सर यह देखा जाता है कि जिन सरकारी शिक्षकों की सेटिंग रहती है वह जिला मुख्यालय, शहरी क्षेत्र या अपने अन्य मनपसंद स्थान के स्कूलों में अपनी पोस्टिंग करा कर ड्यूटी वर्षों-वर्षों तक करते हैं. वहीं बिना पैरवी वाले शिक्षक सुदूरवर्ती गांव, दुर्गम-बीहड़ क्षेत्र के विद्यालयों में पढ़ाते-पढ़ाते सेवानिवृत्त हो जाते हैं. इस असामनता को झारखंड शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है.
नई व्यवस्था की जा रही है, जिसमें जिलों को कई जोन जैसे शहर, शहर के आसपास, सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाका, दुर्गम क्षेत्र में बांटा जा रहा है. हर 5 साल में रोटेशन के आधार पर शिक्षकों की पोस्टिंग अलग-अलग जोन में होगी. दुमका में इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. यह जानकारी दुमका की जिला शिक्षा अधिकारी पूनम कुमारी ने दी.
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दुमका की जिला शिक्षा अधिकारी पूनम कुमारी ने बताया कि शिक्षा विभाग की चिट्ठी आई है. उस आधार पर जिले को 5 पांच जोन में बांटा गया है. शहर में जो शिक्षक 5 वर्ष काम करेंगे उन्हें फिर गांव भेजा जाएगा और फिर गांव से दुर्गम क्षेत्रों में भी उन्हें पोस्टिंग मिलेगी. वहीं, दुर्गम क्षेत्र वालों को शहर में आने का मौका मिलेगा.