दुमका: आज जीवन के सभी क्षेत्र में रोजगार की तलाश हो रही है. ऐसे में साहित्य को भी कैसे रोजगारपरक बनाया जाए इसे लेकर दुमका में गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर सोना झरिया मिंज, दुमका उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के साथ साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार नीलोत्पल मृणाल ने भाग लिया.
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प्रसिद्ध कवि सतीश झा की जयंती पर कार्यक्रम: साहित्य को भी कैसे रोजगारपरक बनाने के लिए गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन संथालपरगना के प्रसिद्ध कवि सतीश झा की जयंती पर आयोजित किया गया था. इस अवसर पर कई कवियों ने अपनी रचना पेश की. खास तौर पर अपनी रचना डार्क हॉर्स के लिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार प्राप्त नीलोत्पल मृणाल ने अपनी कविता जगत माटी का ढेला दे तो पेश की ही साथ ही साथ उन्होंने कहा कि साहित्य को रोजगारोन्मुखी हम तब ही बना सकते हैं जब रचना में सही कंटेंट हो.
कंटेंट खुद ढूंढ लेता है पाठक
उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर मौजूद युवा कवियों को और साहित्यकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आप ईमानदारी से कंटेंट डालें और यही यह सही कंटेंट अपना पाठक खुद ही ढूंढ लेता है. इधर सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सोना झरिया मिंज ने युवा कवियों को सलाह दी कि आप हिचक छोड़ें. अपने में विश्वास पैदा करें. पहले सोशल मीडिया में अपनी रचना भेजें और उसका फीडबैक लेकर प्रोफेशनल राइटिंग की तरफ रुख करें.