दुमका: प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बासुकीनाथ के 10 किलोमीटर के एरिया में दर्जनों गांव हैं. हाल के दिनों में इन क्षेत्रों के ग्रामीण सड़कों की स्थिति काफी बदहाल हो गई है. इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वे सरकार से इसे जल्द बनवाने की मांग कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
प्रसिद्ध तीर्थस्थल बासुकीनाथ दुमका के जरमुंडी प्रखंड में है. बासुकीनाथ के अगल-बगल कई गांव बसे हुए हैं. इसमें सरडीहा, बेलगुमा, कन्हैयापुर बोगली, अंबा, जरूवा डीह, खुटहरी, नावाडीह, हथनंगा, बैगनथारा, केंदुआटीकर प्रमुख हैं. पिछले कुछ महीने से लगभग सभी गांवों की सड़कें बदहाल स्थिति में हैं. खासतौर पर गांव से मुख्य सड़क आने वाली सड़क की स्थिति जर्जर हो चुकी है. बासुकीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को हैवी ट्रेफिक से बचाने के लिए सरडीहा से बेलगुमा होते हुए बासुकीनाथ तक पहुंचने वाली सड़क बनाई गई थी लेकिन अब इसके बदहाल होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं, बासुकीनाथ से बैगनथरा होते हुए नोनिहाट जाने वाली सड़क की स्थिति भी अत्यंत जर्जर है.
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क्या कहते हैं ग्रामीण
बासुकीनाथ के अगल बगल क्षेत्रों के इन बदहाल सड़कों की वजह से ग्रामीण काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि लंबे समय से सड़क खराब है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. वे सरकार से अविलंब इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं.
ग्रामीण सड़कों की बदहाल होने का सीधा असर बासुकीनाथ मंदिर पर
बासुकीनाथ के अगल-बगल सड़कों की स्थिति बदहाल होने का सीधा असर मंदिर मंदिर पर भी पड़ा है. बासुकीनाथ के पुरोहित ललित मिश्रा कहते हैं यहां सिर्फ दूरदराज के ही लोग नहीं बल्कि अगल-बगल के ग्रामीण भी पूजा करने आते हैं. लेकिन सड़क की जो स्थिति है इससे मंदिर की भीड़ पर में कमी आई है और इसका असर मंदिर के पुरोहितों और दुकानदारों की आमदनी पर पड़ा है. वे भी सरकार से इसके निर्माण की मांग कर रहे हैं.