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जामा प्रमुख बेनिफ्रेड मुर्मू की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक, बंध्याकरण और प्रसव की सूची उपलब्ध कराने की मांग

दुमका के जामा प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में बुधवार को प्रखंड प्रमुख बेनि फ्रेड मुर्मू की अध्यक्षता में पंचायत समिति सदस्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में मजदूर निरीक्षण से असंगठित बच्चों को छात्रवृत्ति भुगतान कराने का आग्रह किया गया. प्रवाह संस्था से बताया गया कि 5 पंचायत में मछली पालन और बकरी पालन हेतु 3,000 परिवारों को आजीविका के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.

Review meeting chaired by Jama Chief Benifred Murmu in dumka
जामा प्रमुख बेनिफ्रेड मुर्मू की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक
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Published : Jun 24, 2020, 10:14 PM IST

दुमका: जिले के जामा प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में बुधवार को प्रखंड प्रमुख बेनिफ्रेड मुर्मू की अध्यक्षता में पंचायत समिति सदस्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में पिछले बैठक की समीक्षा करते हुए उप प्रमुख ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अभय कुमार से बंध्याकरण और प्रसव की सूची उपलब्ध कराने और लाभुकों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान कराने का निर्देश दिया.

देखें पूरी खबर

इस दौरान पशुपालन पदाधिकारी जामा ने बताया कि प्रत्येक पंचायत में साइंस से इंटर पास 2-2 युवकों को प्रशिक्षित कर टीकाकरण कार्य में लगाया जाएगा. प्रभारी कृषि पदाधिकारी सखी चंद्र दास ने बताया कि वर्तमान में बीज उपलब्ध नहीं हुआ है. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी लीला कुमारी उपाध्याय ने अनुरोध किया कि शिक्षक चावल का उठाव नहीं कराए. इस पर उप प्रमुख ने सुझाव दिया कि विभाग से विद्यालय तक मध्यायन भोजन पहुंचाने का प्रबंध किया जाए.

मछली पालन और बकरी पालन के लिए 3,000 परिवारों को प्रशिक्षण

बैठक में मजदूर निरीक्षण से असंगठित बच्चों को छात्रवृत्ति भुगतान कराने का आग्रह किया गया. प्रवाह संस्था से बताया गया कि 5 पंचायत में मछली पालन और बकरी पालन के लिए 3,000 परिवारों को आजीविका के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है. इस पर उप प्रमुख इंद्रकांत यादव ने आरोप लगाया कि जेएसएलपीएस संस्था की ओर से मुख्यमंत्री दीदी किचन और धात्री महिलाओं को दी जाने वाली पोषाहार में घटिया सामग्री दिया जा रहा है. जो बिल्कुल खाने योग्य नहीं है. इसके अलावे जन वितरण प्रणाली दुकानदार में दाल की आपूर्ति नहीं होने का मामला उठाया.

ये भी पढ़ें- जेल में कोरोना को हराना बड़ी चुनौती, प्रशासन ने लगाया एड़ी-चोटी का जोर

उप प्रमुख इंद्रकांत ने मनरेगा योजना में भिंडर का भुगतान ऐसा व्यक्ति से नहीं कराने की मांग की है जो नाम मात्र का भंडार है. उन्होंने वर्तमान शौचालय निर्माण कार्य योजना में बनाए जा रहे योजना को अनुपयोगी बताया और उस पर लगने वाले कीट आदि सामग्री बंद कराने की मांग की. साथ ही एक ही पंचायत में लंबे समय से कार्यरत पंचायत सचिव, कनीय अभियंता, रोजगार सेवक, यथाशीघ्र स्थानांतरित करने की मांग उठाया. इस मौके पर श्रम परिवर्तन पदाधिकारी निर्मल कुमार, सीडीपीओ पूनम कुमारी बर्मा, पशुपालन पदाधिकारी पंचायत समिति सदस्य आनंद जी, फोटो देवी, नरेंद्र खिरहर, अनिल, पूजा, बसंती देवी, मिथिलेश मुर्मू, सावित्री देवी आदि उपस्थित थे.

दुमका: जिले के जामा प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में बुधवार को प्रखंड प्रमुख बेनिफ्रेड मुर्मू की अध्यक्षता में पंचायत समिति सदस्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में पिछले बैठक की समीक्षा करते हुए उप प्रमुख ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अभय कुमार से बंध्याकरण और प्रसव की सूची उपलब्ध कराने और लाभुकों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान कराने का निर्देश दिया.

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इस दौरान पशुपालन पदाधिकारी जामा ने बताया कि प्रत्येक पंचायत में साइंस से इंटर पास 2-2 युवकों को प्रशिक्षित कर टीकाकरण कार्य में लगाया जाएगा. प्रभारी कृषि पदाधिकारी सखी चंद्र दास ने बताया कि वर्तमान में बीज उपलब्ध नहीं हुआ है. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी लीला कुमारी उपाध्याय ने अनुरोध किया कि शिक्षक चावल का उठाव नहीं कराए. इस पर उप प्रमुख ने सुझाव दिया कि विभाग से विद्यालय तक मध्यायन भोजन पहुंचाने का प्रबंध किया जाए.

मछली पालन और बकरी पालन के लिए 3,000 परिवारों को प्रशिक्षण

बैठक में मजदूर निरीक्षण से असंगठित बच्चों को छात्रवृत्ति भुगतान कराने का आग्रह किया गया. प्रवाह संस्था से बताया गया कि 5 पंचायत में मछली पालन और बकरी पालन के लिए 3,000 परिवारों को आजीविका के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है. इस पर उप प्रमुख इंद्रकांत यादव ने आरोप लगाया कि जेएसएलपीएस संस्था की ओर से मुख्यमंत्री दीदी किचन और धात्री महिलाओं को दी जाने वाली पोषाहार में घटिया सामग्री दिया जा रहा है. जो बिल्कुल खाने योग्य नहीं है. इसके अलावे जन वितरण प्रणाली दुकानदार में दाल की आपूर्ति नहीं होने का मामला उठाया.

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उप प्रमुख इंद्रकांत ने मनरेगा योजना में भिंडर का भुगतान ऐसा व्यक्ति से नहीं कराने की मांग की है जो नाम मात्र का भंडार है. उन्होंने वर्तमान शौचालय निर्माण कार्य योजना में बनाए जा रहे योजना को अनुपयोगी बताया और उस पर लगने वाले कीट आदि सामग्री बंद कराने की मांग की. साथ ही एक ही पंचायत में लंबे समय से कार्यरत पंचायत सचिव, कनीय अभियंता, रोजगार सेवक, यथाशीघ्र स्थानांतरित करने की मांग उठाया. इस मौके पर श्रम परिवर्तन पदाधिकारी निर्मल कुमार, सीडीपीओ पूनम कुमारी बर्मा, पशुपालन पदाधिकारी पंचायत समिति सदस्य आनंद जी, फोटो देवी, नरेंद्र खिरहर, अनिल, पूजा, बसंती देवी, मिथिलेश मुर्मू, सावित्री देवी आदि उपस्थित थे.

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