दुमका: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास अपने तीन दिवसीय संथालपरगना के दौरे के क्रम में आज दुमका पहुंचे. यूं तो रघुवर दास पोषण सखी संघ और उज्जवला दीदी संघ के प्रमंडलीय बैठक में भाग लेने पहुंचे थे लेकिन उन्होंने हेमंत सरकार पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ा. उन्होंने वहां उपस्थित महिलाओं से आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर हेमंत सरकार की खामियों को लोगों तक पहुंचाएं और इस सरकार को उखाड़ फेंके.
अबुआ राज में बबुआ कर रहा प्राकृतिक संसाधनों की लूट
रघुवर दास ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों ने अबुआ राज आदिवासी मुख्यमंत्री कहकर हेमंत सोरेन को गद्दी पर बिठा दिया और अब अबुआ राज में बबुआ झारखंड के प्राकृतिक संसाधनों को लूट रहा है. पूर्व सीएम ने कहा कि सोरेन परिवार आदिवासियों का सबसे बड़ा शोषक है. राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है और बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता. उन्होंने कहा कि जल, जंगल, जमीन की लूट हो रही है इसलिए इस सरकार को उखाड़ फेंकने की जरूरत है.
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सरकार हर मोर्चे पर फेल, कानून व्यवस्था ध्वस्त
रघुवर दास ने कहा कि आज सरकार सभी मोर्चे पर फेल है. कहीं किसी का कोई काम नहीं हो रहा. पिछले 2 वर्ष में 400 बच्चियों के साथ गैंगरेप की वारदात हुई है. उन्होंने कहा कि जहां महिलाओं का सम्मान नहीं हो उस राज्य का विकास भला कैसे हो सकता है. इसलिए हेमंत सरकार की पोल हर जगह खोलने की जरूरत है.
पोषण सखियों को 9 माह से नहीं मिला मानदेय
पोषण सखियों ने पूर्व सीएम रघुवर दास को जानकारी दी कि उन्हें 9 माह से मानदेय नहीं मिला है. इस पर रघुवर दास ने कहा कि वे इसके लिए आवश्यक पहल करेंगे और अगर एक माह के अंदर मानदेय का भुगतान नहीं होता है तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे.