दुमकाः जिले में 40 दिनों के भीतर दो लड़की को पेट्रोल छिड़कर आग लगाकर हत्या कर दी गई है. इस घटना के बाद राज्य में एक ही चर्चा है. आखिरकार ऐसी परिस्थिति क्यों बन रही है. घटना को अंजाम देने वाले के मन में चल क्या रहा था. सबसे बड़ी बात यह है कि मारुति कुमारी की हत्या करने वाले आरोपी राजेश ने धमकी दी थी कि तुम्हारा हाल वहीं करेंगे जो दुमका में शाहरुख ने किया था. इस घटना पर मनोचिकित्सक करते हैं कि सच्चाई को नहीं स्वीकार करने वालों के मन में इस तरह की प्रवृति विकसित होती है.
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फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित मानसिक स्वास्थ्य केंद्र के मनोचिकित्सक जुल्फिकार अली भुट्टो कहते हैं कि इस तरह के घटना को अंजाम देने वाले लोगों को अपने भविष्य की चिंता नहीं होती है. उन्हें यह समझ में नहीं आता कि घटना के बाद मेरा क्या होगा. समाज के लोग क्या सोचेंगे. वह सच्चाई को स्वीकार नहीं करते और उनमें नहीं धैर्य क्षमता होती है. उन्हें सिर्फ नाकारात्मक विचार आता है.
मनोचिकित्सक कहते हैं कि इन सब घटनाओं के लिए बच्चे का परवरिश भी जिम्मेदार होता है. घर का माहौल सही नहीं रहता है तो वैसे घर के बच्चों में एक आक्रोशित मनोवृति रहती है. उन्होंने कहा कि टीवी और सिनेमा के जरिए बदला लेने वाली घटनाओं को प्रदर्शित किया जाता है. इससे भी इन वारदातों को बढ़ाने में सहायक साबित होते हैं.
मनोचिकित्सक ने बताया कि दुमका के दोनों पेट्रोल कांड की घटना में जो आरोपी है. वह लड़की को चाहने वाले हैं. इसके बावजूद वह उसपर पेट्रोल डालकर आग लगा देता है. उन्होंने कहा कि जब आरोपी लकड़ी को पसंद कर रहा है तो उसकी जान लेना क्यों चाहता है. लड़का यह सोचता है कि वह किसी भी परिस्थिति में उसे हासिल कर लेगा और अगर उसे हासिल नहीं किया तो हत्या करने की योजना बनाने लगता है. इस तरह के लोग मनोरोगी होते हैं. उसे ऊंच-नीच, आगे-पीछे, लाभ-हानि कुछ समझ में नहीं आता है. उन्होंने कहा कि इस तरह की परिस्थिति से कोई गुजर रहे हैं तो अपनी बातों को परिवार और मित्रों से शेयर करें तो स्थिति खराब नहीं होगी.