दुमका: जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के कोलाईबाड़ी गांव की गर्भवती महिला दुलाड़ हेंब्रम की कोविशिल्ड वैक्सीन लेने के बाद मौत हुई थी. महिला के पति ने आरोप लगाते हुए कहा था कि कोरोना टीका से ही पत्नी की मौत हुई है. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जांच का आश्वासन दिया था. बुधवार को मेडिकल रिपोर्ट आ गई है. जिसमें महिला की मौत की वजह चेस्ट इन्फेक्शन और श्वसन संबंधी समस्या बताया गया है. इसकी जांच FJMCH के सुपरिटेंडेंट डॉ रविन्द्र कुमार, एसीएमओ एएम सोरेन और डॉ मोहम्मद जावेद ने की है.
इसे भी पढे़ं: कोरोना का टीका लेने के बाद महिला की मौत मामलाः स्वास्थ्य मंत्री ने दिया जांच का आश्वासन
सिविल सर्जन डॉ बच्चा प्रसाद सिंह ने कहा कि दुलाड़ की मौत को वैक्सीनेशन से जोड़ना उचित नहीं है. महिला को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था. अस्पताल में डॉक्टरों ने उनका इलाज किया और अस्पताल में स्थित जांच केंद्र से महिला का मेडिकल रिपोर्ट तैयार गया. रिपोर्ट में साफ है कि उसके चेस्ट में इंफेक्शन था. साथ ही साथ उसे सांस लेने में समस्या थी. सिविल सर्जन ने कहा कि अगर वैक्सीन लेने के बाद उसे समस्या हुई होती तो कुछ ही देर में हो जाती. दिन के 11:30 बजे उसे टीका दिया गया था. शाम 5:00 बजे टीका देने वाली ANM ने उसके घर जाकर हाल चाल भी लिया था. उस वक्त वह बिल्कुल ठीक थी. उसकी तबीयत देर रात बिगड़ी. यह संयोग मात्र है कि उसी दिन उसने वैक्सीन ली थी और रात में तबीयत खराब हो गई. 18 नवंबर की रात महिला की हो गई. यहां वैक्सीन रिएक्शन की कोई बात नहीं.
क्या है पूरा मामला
जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के कोलाईबाड़ी गांव के जुतिन मुर्मू ने शिकारीपाड़ा बीडीओ संतोष कुमार चौधरी को लिखित आवेदन दिया था. जुतिन का कहना था कि मेरी पत्नी जो गर्भवती थी 17 नवंबर को कोलाईबाड़ी गांव के ग्राहक सेवा केंद्र में पैसा निकालने गई थी. वहीं स्वास्थ्य कर्मियों ने पत्नी को भी वैक्सीन दी. वैक्सीन लेने के बाद रात में मेरी पत्नी की तबीयत खराब हो गई. उसके बाद उसे शिकारीपाड़ा सीएचसी में भर्ती कराया गया. जहां उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. जिसके बाद उसे शिकारीपाड़ा सीएचसी से उसे फूलो झानो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया. जहां 18 नवम्बर पत्नी और गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई.