दुमका: जिले के जामा स्थित कन्यादान भवन में ओबीसी संघर्ष मोर्चा द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य रूप से ओबीसी समुदाय को 27 प्रतिशत आरक्षण पर चर्चा की गई.
इस बैठक को संबोधित करते हुए इंद्रकांत यादव ने कहा कि बैठक कर प्रखंड से लेकर पंचायत तक के सभी ओबीसी समुदाय के लोगों को अपने अधिकारों के लिए जागरूक कर रहे हैं. मांगें नहीं मानने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी और आने वाले विधान सभा चुनाव में वोट बहिष्कार का भी निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा की आरक्षण नहीं तो वोट नहीं.
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बता दें कि पहले ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण मिला था जबकि तत्कालीन सरकार ने इसे घटाकर 14 प्रतिशत कर दिया गया. इतना ही नहीं झारखण्ड के 6 जिलों में ओबीसी का आरक्षण शून्य कर दिया गया है. जिसमें दुमका जिला भी शामिल है केन्द्र सरकार ने जहां स्वर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण दे रखा है तो पिछड़ों को आरक्षण क्यों नहीं.इस बैठक में पिछड़ी जातियों का सर्वे कराने की भी मांग की गई. वहीं भूरिया कमेटी पर भी सवाल खड़ा किया है. मौके पर कई प्रखंडो के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.