दुमका: लोगों के सहूलियत के लिए बनी दुमका के बहुपयोगी नगर भवन की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है. 1990 से 2014 तक इसका प्रयोग आम जनता शादी विवाह और अन्य अवसरों के लिए करते थे. खासतौर पर जो जरूरतमंद होते थे उन्हें उनके लिए यह वरदान के समान था, क्योंकि सिर्फ दो हजार रुपये में यह बिल्डिंग लोगों को 24 घंटे के लिए उपलब्ध कराई जाती थी.
2014 में प्रशासन ने दुमका नगर परिषद से नगर भवन ले लिया और उसमें ईवीएम गोदाम बना दिया. लंबे समय तक ईवीएम इसमें रखा रहा और 2020 में ईवीएम को खाली कराया गया. इसके बाद से इसे बेकार छोड़ दिया गया है. वर्तमान में यह कबाड़खाने के रूप में तब्दील हो गया है. इसके परिसर को नगर परिषद ने अपनी नई पुरानी वाहनों का गैरेज बना रखा है. कुल मिलाकर जनता के काम आने वाला यह नगर भवन अब जनता का नहीं रहा गया है, जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी है.
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क्या कहते हैं स्थानीय लोग: स्थानीय लोगों का कहना है कि यह नगर भवन लोगों के लिए काफी उपयोगी था. लोग शादी विवाह सहित अन्य सांस्कृतिक और पारिवारिक कार्यक्रम के लिए इसे किराए पर लेते थे. काफी कम दर पर यह लोगों को मिल जाता था, लेकिन पिछले 8 साल से ये लोगों को उपलब्ध हो पा रहा है. पहले तो यह गोदाम बना रहा और अब इसे खंडहर के रूप में तब्दील होने के लिए छोड़ दिया गया है. इस मामले में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी गंगाराम ठाकुर ने बताया कि नगर भवन में निर्माण कार्य होना है. इसके लिए अभियंता को इसका स्टीमेट तैयार करने के लिए निर्देश दिया गया है और जल्द इसकी मरम्मत कराई जाएगी. उसके बाद यह जनता के लिए उपलब्ध होगा.