दुमका: गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे लगभग तीन महीने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे. चार्टर प्लेन से वह दुमका हवाई अड्डे पर उतरे. यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार की जमकर आलोचना की. निशिकांत दुबे ने कहा कि देवघर-बासुकीनाथ में श्रावणी मेला संचालित होने को लेकर कल 3 जुलाई को हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है.
इसके पहले एक जुलाई को ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह निर्णय लिया कि श्रावणी मेला आयोजित नहीं किया जाएगा. सीधे तौर पर यह हाईकोर्ट की अवमानना है. उन्होंने कहा कि मेरे वकील कोर्ट में चुनौती देंगे. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके सलाहकारों को कानून की जानकारी नहीं है. मैं इस मामले में राज्य के चीफ सेक्रेटरी के खिलाफ प्रिविलेज लूंगा.
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हेमंत सरकार का तुगलकी फरमान
गोड्डा सांसद ने कहा कि पूरे देश के अधिकांश मंदिर खुल चुके हैं, लेकिन यहां सरकार के तुगलकी फरमान से सभी मंदिर बंद हैं. श्रावणी मेला को आयोजित करने को लेकर बिहार सरकार और अन्य लोगों के साथ मिलकर बैठक करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा प्रयास नहीं हुआ.
झेलना होगा बाबा का प्रकोप
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि वे दुमका हवाई अड्डे पर एक बड़ी बात कहने जा रहे हैं कि जिस तरह हेमंत सरकार बाबा के खिलाफ गए हैं, मैंने बाबा के खिलाफ जाने वालों को गिरते-मरते देखा है. यह सरकार भी अगर गिर जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी.