दुमकाः ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने रांची में पुलिस की ओर से उपद्रवियों के पोस्टर चिपकाने को गलत बताया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि अभी तो यह मामला दर्ज हुआ है और सख्ती से जांच चल रही है. बिना किसी परिणाम तक पहुंचे पोस्टर लगाना उचित नहीं है. पोस्टर तो उन अपराधियों के चिपकाये जाते है, जो लंबे समय से फरार रहते हैं.
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आलमगीर आलम ने 10 जून को रांची में हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुये कहा कि इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए. सरकार इसपर गंभीर है और जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. इसमें जो भी दोषी होगा, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. बता दें कि मंत्री आलमगीर आलम दुमका में कांग्रेस की ओर से आयोजित नव संकल्प कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए थे.
मंत्री ने कहा कि कुछ दिनों पहले उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर आयोजित किया गया था, जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि पार्टी की नीतियों, सिद्धांतों और आगामी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है. इस निर्णय के आलोक में दुमका में बैठक की और कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस की नीतियों और केंद्र सरकार की विफलताओं को जन-जन तक पहुंचायें. उन्होंने कहा कि साल 2014 में बीजेपी जनात से जो वादा की, वह अब तक पूरा नहीं की है. कांग्रेस ने देश में जो आधारभूत संरचना तैयार की थी, उसे बीजेपी सरकार बेच रही है. आलमगीर आलम ने कहा कि मोदी सरकार ने करोड़ों बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा किया था. लेकिन आज तक पूरा नहीं हुआ.