दुमका: जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के हरिपुर स्थित एक स्टोन क्रशर प्लांट के कर्मी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. सुबह अचानक तबीयत खराब हो गया और मुंह-नाक से झाग निकलने लगा. देखते ही देखते प्लांट कर्मी और आस-पास के लोग जमा हो गए. इसी बीच यह चर्चा होने लगा कि यह कोरोना संक्रमित था. कोरोना का नाम सुनते ही लोग उससे दूर भागने लगे.
कोरोना से मौत की उड़ी अफवाह
वहीं, जैसे तैसे एक कार से संतोष गोराई को अस्पताल लाया गया. इसके बाद कार चालक को कानो कान खबर चला कि इसे कोरोना हो गया है. यह सुनते ही कार चालक संतोष गोराई को कार से उतारकर भाग गया. इसके बाद शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी वकार हसन चिकित्सा पदाधिकारी पहुंचे और जांच शुरू की गई. जांच के बाद चिकित्सा पदाधिकारी संतोष गोराई को मृत घोषित कर दिया.
कौन है संतोष गोराई
दुमका जिले के टोंगरा थाना क्षेत्र के बांसकुली गांव का रहने वाला था, पेट की भुख मिटाने, परिवार चलाने के लिए स्टोन क्रशर में काम कर रहा था. परिवारवालों का कहना है कि संतोष बिल्कुल स्वस्थ था. इसे कोई बीमारी नहीं थी. इसकी मौत कैसे हुई यह एक बड़ा सवाल है. संतोष गोराई के बारे में यह भी पता चला कि 2 सप्ताह पहले बांसकुली गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में पुलिस-पब्लिक के बीच झड़प हुई थी. इस मामले में संतोष गोराई भी आरोपी था.
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मौत के कारणों का पता नहीं
थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक वकार हसन ने बताया कि शव का पोस्मार्टम नहीं हो पाया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आते ही आगे की छानबीन की जाएगी. अभी तक मौत के कारण का पता नहीं चला है.