दुमका: खतियान के आधार पर स्थानीयता और नियोजन नीति लागू करने की मांग जोरों पर है. संथालपरगना सहित झारखंड के अन्य जिलों में इसे लेकर लगातार आंदोलन हो रहे हैं. वहीं, विधानसभा में बजट सत्र के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा के बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम ने भी इसका पुरजोर समर्थन किया. बजट सत्र समाप्त होने के बाद वे राजधानी रांची से सीधे उपराजधानी दुमका पहुंचे. यहां उन्होंने एसकेएमयू के छात्र समन्वय समिति के सदस्यों से मुलाकात की, जिनके द्वारा 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति लागू करने की मांग को लेकर लगभग प्रतिदिन आंदोलन किए जा रहे हैं.
झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ही अपनी चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि खतियान के आधार पर ही स्थानीयता और नियोजन नीति लागू होगी, लेकिन अब वह उससे पीछे हट रहे हैं. यही वजह है कि उन्हें आगे आना पड़ रहा. उन्होंने कहा कि यह पूरे झारखंड का मुद्दा बन गया है और उनकी लड़ाई पूरे झारखंडवासियों की लड़ाई है. लोबिन हेंब्रम ने कहा कि खतियान के आधार पर स्थानीयता नीति की मांग पर शिबू सोरेन से उनकी बात हुई है उन्होंने कहा है कि टाइट होकर खड़े रहने के निर्देश दिए हैं और अन्य विधायकों को भी इस मुद्दे पर एकजुट करने को कहा है.
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हिंसात्मक रूप ले सकता है यह आंदोलन: लोबिन हेंब्रम ने कहा कि स्थानीयता नीति और नियोजन नीति को लेकर यह लड़ाई है. उन्होंने कहा कि हो सकता है इसमें तीर भी चले. इस तरह से सीधे तौर पर उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यह आंदोलन हिंसात्मक रूप ले सकता है. लोबिन हेंब्रम ने अपने आगे की रणनीति के संबंध में कहा कि 5 अप्रैल से हुए पूरे राज्य के दौरे पर निकलेंगे और इस मुद्दे पर जन समर्थन जुटाएंगे, इसके साथ ही 5 मई को उन्होंने इसी मुद्दे के समर्थन में झारखंड बंद का भी आह्वान किया है.