ETV Bharat / city

दुमका में रोजगार से जोड़ने वाली योजना पर ग्रहण, निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी लोगों नहीं मिल रहा काम

सीएम हेमंत सोरेन लोगों को रोजगार देने की बात कर रहे हैं. हालांकि जमीन पर कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं जो ठप पड़े हैं और उनके शुरू होने से लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकते हैं. ऐसा ही प्रोजेक्ट है दुमका के दुधानी पंचायत में है. हेमंत सोरेन ने सीएम रहते 2014 में खादी पार्क की आधापशिला रखी थी, लेकिन आज तक ये खादी पार्क शुरू नहीं हो पाया है.

Khadi Park is ready in Dumka
Khadi Park is ready in Dumka
author img

By

Published : Aug 16, 2022, 8:07 PM IST

Updated : Aug 16, 2022, 8:22 PM IST

दुमका: झारखंड सरकार (Jharkhand Government) लोगों को रोजगार से जोड़ने की बात कह रही है. इसके लिए तरह-तरह की योजनाओं पर काम भी चल रहा है. लेकिन अगर जमीनी हकीकत की बात की जाए तो रोजगार प्रदान करने वाली जिस योजना से लोगों को तत्काल जोड़ा जा सकता है उस पर किसी का ध्यान नहीं रहता. दुमका (Dumka) में दो करोड़ से अधिक राशि से बनकर तैयार खादी पार्क (Khadi Park is ready in Dumka) फिलहाल किसी काम का नहीं है.

ये भी पढ़ें: सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, राज्य में ही मिलेगा युवाओं को रोजगार, प्रवासी मजदूरों के साथ है सरकार



क्या है पूरा मामला: दुमका के दुधानी पंचायत (Dudhani Panchayat of Dumka) में 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM hemant soren) ने लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए खादी पार्क (Khadi Park) की आधारशिला रखी. योजना यह थी कि इस खादी पार्क (Khadi Park) में लोगों को खादी के बनने वाले पोशाक की सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण देना था, साथ ही साथ यहां पोशाक का निर्माण होता और एक खादी वस्त्रों का शोरूम भी खोलना था. कुल मिलाकर यहां सैकड़ों स्त्री-पुरुषों के लिए रोजगार की व्यवस्था होनी थी. दो करोड़ रुपए के इस भवन को दो वर्षों में बन जाना था लेकिन ऐसा हुआ नहीं. निर्माण कार्य आठ वर्षों में पूरा हुआ है और जनवरी 2022 इसका उद्घाटन हुआ, लेकिन आज तक खादी वस्त्रों के निर्माण का प्रशिक्षण या निर्माण से सम्बंधित कोई काम यहां शुरू नहीं हो पाया है.

देखें वीडियो



स्थानीय लोगों में मायूसी: 2014 में जब इस खादी पार्क का शिलान्यास हुआ उस दिन से दुधानी पंचायत और आसपास के लोगों को उम्मीद थी कि अब हमें खादी वस्त्र बनाने का प्रशिक्षण मिलेगा. इसके बाद वे कपड़ों में सिलाई-कढ़ाई करेंगे, जिससे आमदनी प्राप्त होगी और घर चलेगा. लेकिन इसके निर्माण में आठ वर्ष लग गए. जनवरी 2022 में निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद भी लोगों को लगा कि अब एक-दो महीने में यह चालू हो जाएगा, लेकिन आज तक इसके लिए किसी भी पदाधिकारी या प्रशिक्षक की पोस्टिंग नहीं हो पाई है. सिर्फ एक गार्ड है जो इसकी रखवाली करता है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि लोग वर्षों से यह इंतजार कर रहे हैं कि इसके चालू होने से उन्हें घर पर ही काम मिलेगा, लेकिन यह उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया. स्थानीय जनप्रतिनिधि के तौर पर दुधानी पंचायत समिति के सदस्य रहे विनोद शाश्वत कहते हैं कि पंचायत में रोजगार का घोर अभाव है. काफी संख्या में लोग काम के लिए बाहर पलायन करते हैं. जब इस पार्क का निर्माण कार्य शुरू हुआ तो हमलोगों में काफी खुशी थी. उन्होंने जानकारी दी कि कुछ दिन पूर्व यहां के गार्ड के द्वारा लोगों से आवेदन फॉर्म भी भरवाया गया कि यहां प्रशिक्षण शुरू होगा, लेकिन वह कागजी कार्रवाई भी पूरी नहीं हो पाई, वे सरकार इसे अविलंब इसे चालू कराने की मांग कर रहे हैं.

दुमका: झारखंड सरकार (Jharkhand Government) लोगों को रोजगार से जोड़ने की बात कह रही है. इसके लिए तरह-तरह की योजनाओं पर काम भी चल रहा है. लेकिन अगर जमीनी हकीकत की बात की जाए तो रोजगार प्रदान करने वाली जिस योजना से लोगों को तत्काल जोड़ा जा सकता है उस पर किसी का ध्यान नहीं रहता. दुमका (Dumka) में दो करोड़ से अधिक राशि से बनकर तैयार खादी पार्क (Khadi Park is ready in Dumka) फिलहाल किसी काम का नहीं है.

ये भी पढ़ें: सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, राज्य में ही मिलेगा युवाओं को रोजगार, प्रवासी मजदूरों के साथ है सरकार



क्या है पूरा मामला: दुमका के दुधानी पंचायत (Dudhani Panchayat of Dumka) में 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM hemant soren) ने लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए खादी पार्क (Khadi Park) की आधारशिला रखी. योजना यह थी कि इस खादी पार्क (Khadi Park) में लोगों को खादी के बनने वाले पोशाक की सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण देना था, साथ ही साथ यहां पोशाक का निर्माण होता और एक खादी वस्त्रों का शोरूम भी खोलना था. कुल मिलाकर यहां सैकड़ों स्त्री-पुरुषों के लिए रोजगार की व्यवस्था होनी थी. दो करोड़ रुपए के इस भवन को दो वर्षों में बन जाना था लेकिन ऐसा हुआ नहीं. निर्माण कार्य आठ वर्षों में पूरा हुआ है और जनवरी 2022 इसका उद्घाटन हुआ, लेकिन आज तक खादी वस्त्रों के निर्माण का प्रशिक्षण या निर्माण से सम्बंधित कोई काम यहां शुरू नहीं हो पाया है.

देखें वीडियो



स्थानीय लोगों में मायूसी: 2014 में जब इस खादी पार्क का शिलान्यास हुआ उस दिन से दुधानी पंचायत और आसपास के लोगों को उम्मीद थी कि अब हमें खादी वस्त्र बनाने का प्रशिक्षण मिलेगा. इसके बाद वे कपड़ों में सिलाई-कढ़ाई करेंगे, जिससे आमदनी प्राप्त होगी और घर चलेगा. लेकिन इसके निर्माण में आठ वर्ष लग गए. जनवरी 2022 में निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद भी लोगों को लगा कि अब एक-दो महीने में यह चालू हो जाएगा, लेकिन आज तक इसके लिए किसी भी पदाधिकारी या प्रशिक्षक की पोस्टिंग नहीं हो पाई है. सिर्फ एक गार्ड है जो इसकी रखवाली करता है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि लोग वर्षों से यह इंतजार कर रहे हैं कि इसके चालू होने से उन्हें घर पर ही काम मिलेगा, लेकिन यह उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया. स्थानीय जनप्रतिनिधि के तौर पर दुधानी पंचायत समिति के सदस्य रहे विनोद शाश्वत कहते हैं कि पंचायत में रोजगार का घोर अभाव है. काफी संख्या में लोग काम के लिए बाहर पलायन करते हैं. जब इस पार्क का निर्माण कार्य शुरू हुआ तो हमलोगों में काफी खुशी थी. उन्होंने जानकारी दी कि कुछ दिन पूर्व यहां के गार्ड के द्वारा लोगों से आवेदन फॉर्म भी भरवाया गया कि यहां प्रशिक्षण शुरू होगा, लेकिन वह कागजी कार्रवाई भी पूरी नहीं हो पाई, वे सरकार इसे अविलंब इसे चालू कराने की मांग कर रहे हैं.

Last Updated : Aug 16, 2022, 8:22 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.