दुमका: मसानजोर डैम के जल अधिग्रहण क्षेत्र के रूप में चिन्हित जमीन पर भू माफियाओं की बुरी नजर है. प्रशासन की चेतावनी के बावजूद भू-माफिया डैम की जमीन का लगातार अवैध बिक्री कर रहे हैं.
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भू-माफिया बेच रहे हैं डैम की जमीन: 1950 के दशक में मसानजोर डैम के लिए 144 गांव की जमीन अधिग्रहित की गई थी. इसमें सदर प्रखंड का लखीकुंडी और आसनसोल गांव का भी जमीन शामिल था. समय बीतने के साथ ये दोनों गांव शहरी क्षेत्र के करीब आ गए. चिन्हित जमीन पर मसानजोर डैम के जल का फैलाव रहता है लेकिन विगत कुछ वर्षों में पानी उतने क्षेत्र में नहीं पहुंचता जितना अधिग्रहित की की गई है. अब इसी सूखी जमीन का फायदा भूमाफिया उठा रहे हैं और अधिग्रहित जमीन को अपना कहकर उसकी बिक्री कर रहे हैं.
कई सालों से बिक रही है जमीन: पिछले कई सालों से डैम की जमीन बिक रही है. दो वर्ष पूर्व प्रशासन को जब इसकी जानकारी हुई तो उनके द्वारा संज्ञान लिया गया और उक्त भूमि पर साइन बोर्ड लगा कर जमीन की अवैध बिक्री करने वालों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई. लेकिन इसका कोई असर जमीन बेचने वालों और खरीदने वालों पर नजर नहीं आ रहा. लगातार यह जमीन सिर्फ बिक ही नहीं रही बल्कि उस पर बड़े-बड़े मकान भी बन रहे हैं
भू-माफियाओं पर होगी कार्रवाई: मसानजोर डैम के अधिग्रहित क्षेत्र की खरीद बिक्री के संबंध में जिले के उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि उन्होंने अंचलाधिकारी को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया है. उन्होने कहा इस मामले में दोषियों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन पर किसी ने पक्का मकान बना लिया है तो उसे तोड़ने का आदेश दिया जाएगा.