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शिक्षा विभाग दुमका में दे रहा है बच्चों को अधूरी शिक्षा, साइंस और मैथ के एक भी नहीं हैं टीचर

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Published : Feb 25, 2020, 9:02 PM IST

दुमका के मसलिया प्रखंड के उच्च विद्यालय गोवासोल में गणित और विज्ञान के एक भी शिक्षक नहीं हैं. जिससे छात्र- छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, विद्यार्थी, प्रधानाचार्य और शिक्षा अधिकारी सरकार से इस दिशा में सार्थक कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.

Education department is giving incomplete education in Dumka
स्कूली बच्चें

दुमका: झारखंड सरकार का शिक्षा विभाग जिले में बच्चों को अधूरी शिक्षा दे रहा है. बच्चों को कक्षा दस तक अनिवार्य रूप से आर्ट्स और साइंस दोनों की पढ़ाई करनी है, ताकि उनका आधार मजबूत रहे. लेकिन जिले के मसलिया प्रखंड के उच्च विद्यालय गोवासोल में गणित और विज्ञान के एक भी शिक्षक नहीं हैं. इस वजह से छात्र - छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वह जैसे-तैसे खुद से पढ़ाई करते हैं. प्रोजेक्ट बनाते हैं पर यह नाकाफी साबित होता है.

देखें पूरी खबर

सरकार से शिक्षक की मांग

स्कूल की छात्राओं ने कहा कि साइंस और मैथ सब्जेक्ट के टीचर नहीं रहने से पढ़ाई सही ढंग से नहीं हो पा रही है. वे खुद से पढ़ते हैं, जो सही से नहीं हो पाती. वहीं, सरकार से अपने स्कूल में इन विषयों के शिक्षक की मांग कर रही हैं.

विद्यालय के प्रधानाचार्य भी हैं परेशान

विद्यालय के प्रधानाचार्य साइंस सब्जेक्ट के टीचर नहीं रहने से काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि उच्च विद्यालय में बच्चों के विषयवार शिक्षक होने जरूरी हैं. वे इधर-उधर से इन विषयों के जानकार को बुलाकर बच्चों की पढ़ाई का प्रबंध करते हैं, लेकिन हमेशा यह संभव नहीं हो पाता है. वे भी सरकार से इस दिशा में सार्थक कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.

ये भी देखें- केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम समेत कार्यकर्ताओं ने दी दीपक प्रकाश को बधाई, कहा- मजबूत होगा संगठन

इस संबंध में दुमका की जिला शिक्षा अधिकारी पूनम कुमारी ने कहा कि थोड़े ही दिन में शिक्षकों की ट्रांसफर पोस्टिंग होनी है लेकिन उससे पहले ही हम वहां पर इन विषयों के शिक्षक को प्रतिनियुक्त करेंगे. उन्होंने भी माना कि साइंस सब्जेक्ट के शिक्षक नहीं होने से बच्चों को सही शिक्षा नहीं मिल सकती.

दुमका: झारखंड सरकार का शिक्षा विभाग जिले में बच्चों को अधूरी शिक्षा दे रहा है. बच्चों को कक्षा दस तक अनिवार्य रूप से आर्ट्स और साइंस दोनों की पढ़ाई करनी है, ताकि उनका आधार मजबूत रहे. लेकिन जिले के मसलिया प्रखंड के उच्च विद्यालय गोवासोल में गणित और विज्ञान के एक भी शिक्षक नहीं हैं. इस वजह से छात्र - छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वह जैसे-तैसे खुद से पढ़ाई करते हैं. प्रोजेक्ट बनाते हैं पर यह नाकाफी साबित होता है.

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सरकार से शिक्षक की मांग

स्कूल की छात्राओं ने कहा कि साइंस और मैथ सब्जेक्ट के टीचर नहीं रहने से पढ़ाई सही ढंग से नहीं हो पा रही है. वे खुद से पढ़ते हैं, जो सही से नहीं हो पाती. वहीं, सरकार से अपने स्कूल में इन विषयों के शिक्षक की मांग कर रही हैं.

विद्यालय के प्रधानाचार्य भी हैं परेशान

विद्यालय के प्रधानाचार्य साइंस सब्जेक्ट के टीचर नहीं रहने से काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि उच्च विद्यालय में बच्चों के विषयवार शिक्षक होने जरूरी हैं. वे इधर-उधर से इन विषयों के जानकार को बुलाकर बच्चों की पढ़ाई का प्रबंध करते हैं, लेकिन हमेशा यह संभव नहीं हो पाता है. वे भी सरकार से इस दिशा में सार्थक कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.

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इस संबंध में दुमका की जिला शिक्षा अधिकारी पूनम कुमारी ने कहा कि थोड़े ही दिन में शिक्षकों की ट्रांसफर पोस्टिंग होनी है लेकिन उससे पहले ही हम वहां पर इन विषयों के शिक्षक को प्रतिनियुक्त करेंगे. उन्होंने भी माना कि साइंस सब्जेक्ट के शिक्षक नहीं होने से बच्चों को सही शिक्षा नहीं मिल सकती.

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