दुमका: जिले के जरमुंडी प्रखंड के उच्च विद्यालय जरमुंडी के शिक्षकों ने नई शुरुआत के तहत विद्यालय के पोषक क्षेत्रों में जाकर प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं. कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 6 महीने से बंद पड़े स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए स्थानीय स्तर पर शिक्षकों और समुदाय लगातार प्रयासरत हैं और बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने के लिए तरह-तरह की तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं.
प्रोजेक्टर के माध्यम से शिक्षा
कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 6 महीने से बंद पड़े स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए स्थानीय स्तर पर शिक्षक और समुदाय लगातार प्रयास कर रहे हैं. बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने के लिए तरह-तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसी कड़ी में प्लस टू उच्च विद्यालय जरमुंडी में कक्षा 1 से 8 तक के प्रारंभिक स्तर के बच्चों के लिए पाठ्यक्रम को पूरा कराने के लिए शिक्षकों की ओर से सूचना और तकनीक का बेहतर उपयोग करते हुए प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चों को उनके घर के पास ही शिक्षा दी जा रही है.
पढ़ाई के प्रति ज्यादा उत्साह
स्कूल के प्राचार्य प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि शहरी क्षेत्र में भी सभी अभिभावक के पास स्मार्टफोन नहीं रहने के कारण सरकार की ओर से संचालित डीजी साथ कार्यक्रम का लाभ सभी बच्चों को नहीं मिल पा रहा था. इसको लेकर मोहल्ला क्लास आरंभ किया गया. उन्होंने बताया कि डिजिटल दुनिया के प्रति बच्चों के आकर्षण को देखते हुए स्कूल में रखे हुए प्रोजेक्टर के बेहतर इस्तेमाल का निर्णय लिया गया और इससे आज बच्चे पढ़ाई के प्रति ज्यादा उत्साहित नजर आ रहे हैं.
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बच्चे शिक्षा के प्रति आकर्षित
शिक्षक प्रोजेक्टर के माध्यम से डीजी साथ कार्यक्रम को बच्चों को दिखा रहे हैं और उसे समझा भी रहे हैं. इससे बच्चे और अभिभावक शिक्षा के प्रति काफी आकर्षित नजर आ रहे हैं.