दुमकाः जिले के समाहरणालय सभागार में डीसी ने जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उन्हें जानकारी दी कि कोविड 19 को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. इस बैठक में डीसी, एसपी, शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा सहित कई लोग उपस्थित रहे. डीसी राजेश्वरी बी ने बताया कि दुमका जिला के लगभग तेरह हजार लोग अन्य राज्यों और जिलों में फंसे हुए हैं. वहीं, जिन्होंने सहायता ऐप से अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है, सभी को लाने की व्यवस्था की जा रही है.
डीसी ने बताया कि प्रवासी नागरिकों के स्वास्थ्य जांच, डेटाबेस संकलन, स्किल निबंधन आदि के लिए काउंटर बनाया गया है. प्रवासी नागरिकों के आते ही उनकी स्क्रीनिंग कर उन्हें भोजन कराने के उपरांत राशन के साथ उनके घर पहुंचाया जा रहा है. सभी को 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया है, जिसकी निगरानी स्वास्थ्य विभाग करेगी. इस दौरान स्वास्थ्य खराब रहने की स्थिति में क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा.
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स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार
कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए मोहुलपहाड़ी क्रिश्चियन अस्पताल, दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल और नवनिर्मित अस्पताल, हंसडीहा को चिन्हित किया गया है. वहीं जिले में पर्याप्त मात्रा में दवाइयां है. स्वास्थ्य जांच से संबंधी किसी प्रकार की कोई समस्या जिले में नहीं है. उपायुक्त ने बताया कि मनरेगा योजनाओं को चालू कराया गया है जिसमें मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर कार्य कर रहे हैं.