ETV Bharat / city

बेटियों ने निभाया बेटे का फर्ज, मां को दी मुखाग्नि - daughter cremated mother

दुमका में बेटे ने वर्षों पहले अपनी मां को बेसहारा छेड़ दिया था. मां की मृत्यु के बाद दो बेटियों ने बेटा का फर्ज निभाया और अपनी मां को कंधा देकर समाज में एक मिसाल कायम की है.

बेटियों ने निभाया बेटे का फर्ज
author img

By

Published : Oct 16, 2019, 1:02 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 7:05 PM IST

दुमका: जरमुंडी हटिया टोला निवासी उमा देवी की मौत के बाद उनकी दो बेटिंयों ने अपनी मां को कंधों पर उठाकर न सिर्फ शव यात्रा में शामिल हुई, बल्कि अंत्येष्टि कर्म को लेकर बेटे की तरह छोटी पुत्री बुलबुल देवी ने मुखाग्नि देकर समाज में मिसाल कायम की है.

देखें पूरी खबर

जानकारी के मुताबिक उमा देवी के पति खुदू पाल की 18 साल पहले मृत्यु हो गई थी. उमा देवी की पांच संतानों में 3 पुत्र और दो पुत्रियां है, पति के मृत्यु के बाद उमा देवी का पुत्र के साथ अनबन हो गया और उमा देवी को बेसहारा जिंदगी जीनी पड़ रही थी. उसके पुत्रों ने उसे एक तरह से परित्याग कर दिया था. जिसके बाद दोनों बेटियों ने बेटा की तरह सहारा बनी.

ये भी पढ़ें- पानी बना 'जहर': दामोदर नदी में फर्नेस ऑयल बहने से अफरा-तफरी, इलाके में गहराया जलसंकट

बेटे की चाहत रखने वालों को सीख

वहीं, उमा देवी की मृत्यु के बाद दोनों बेटियों ने कंधा देकर मुखाग्नि कर्म से लेकर अंत्येष्टि कर्म करने की बीड़ा उठाई. जिसका लोगों ने भी साथ दिया और उनकी प्रशंसा की. लोगों ने कहा इससे उन लोगों को समझना चाहिए जो बेटा का चाहत में बेटियों की बली दे देते हैं. उनके लिए यह दृश्य एक बड़ी सीख है.

दुमका: जरमुंडी हटिया टोला निवासी उमा देवी की मौत के बाद उनकी दो बेटिंयों ने अपनी मां को कंधों पर उठाकर न सिर्फ शव यात्रा में शामिल हुई, बल्कि अंत्येष्टि कर्म को लेकर बेटे की तरह छोटी पुत्री बुलबुल देवी ने मुखाग्नि देकर समाज में मिसाल कायम की है.

देखें पूरी खबर

जानकारी के मुताबिक उमा देवी के पति खुदू पाल की 18 साल पहले मृत्यु हो गई थी. उमा देवी की पांच संतानों में 3 पुत्र और दो पुत्रियां है, पति के मृत्यु के बाद उमा देवी का पुत्र के साथ अनबन हो गया और उमा देवी को बेसहारा जिंदगी जीनी पड़ रही थी. उसके पुत्रों ने उसे एक तरह से परित्याग कर दिया था. जिसके बाद दोनों बेटियों ने बेटा की तरह सहारा बनी.

ये भी पढ़ें- पानी बना 'जहर': दामोदर नदी में फर्नेस ऑयल बहने से अफरा-तफरी, इलाके में गहराया जलसंकट

बेटे की चाहत रखने वालों को सीख

वहीं, उमा देवी की मृत्यु के बाद दोनों बेटियों ने कंधा देकर मुखाग्नि कर्म से लेकर अंत्येष्टि कर्म करने की बीड़ा उठाई. जिसका लोगों ने भी साथ दिया और उनकी प्रशंसा की. लोगों ने कहा इससे उन लोगों को समझना चाहिए जो बेटा का चाहत में बेटियों की बली दे देते हैं. उनके लिए यह दृश्य एक बड़ी सीख है.

Intro: दुमका- जरमुंडी हटिया टोला निवासी उमा देवी की मौत पर उसकी दो पुत्रियों ने ना सिर्फ मां को अपने कंधों पर लादकर शव यात्रा में शामिल हुई बल्कि मृत्यु उमा देवी के अंत्येष्टि कर्म को लेकर एक पुत्री एक पुत्र की भांति छोटी पुत्री बुलबुल देवी ने मुखाग्नि देकर समाज में मिसाल कायम किया।उमा देवी के पति खुदू पाल की 18 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी, उमा देवी की पांच संतानों में 3 पुत्र और दो पुत्रियां है पति के मृत्यु के बाद उमा देवी का पुत्र से अनबन हो गया और उमा देवी को बेसहारा जिंदगी जीनी पड़ रही थी। उसके पुत्रों ने उसे एक तरह से परित्याग कर दिया था। तब आखिरकार दोनों पुत्रियों ने पुत्र बनकर मां को कंधा देने और मुखाग्नि कर्म से लेकर अंत्येष्टि कर्म करने की बीड़ा उठाया।जिसका समाज में काफी प्रशंसा की जा रही है।और लोगों ने कहा इसे बेटा चाहने वालों को बड़ी सीख मिलेगी।Body: दुमका- जरमुंडी हटिया टोला निवासी मां देवी की मौत पर उसकी दो पुत्रियों ने ना सिर्फ मृत मां को अपने कंधों पर लादकर शव यात्रा में शामिल हुई, बल्कि मृत्य उमा देवी के अत्येष्टि कर्म को लेकर एक पुत्र की भांति छोटी पुत्री बुलबुल देवी ने मुखाग्नि देकर समाज में मिसाल कायम किया।उमा देवी के पति खुदू पाल की 18 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी। उमा देवी की पांच संतानों में 3 पुत्र और दो पुत्रियां है, पति की मृत्यु के बाद उमा देवी का पुत्र से अनबन हो गया और उमा देवी को बेसहारा जिंदगी जीनी पड़ रही थी। उसके पुत्रों ने उसे एक तरह से परित्याग कर दिया था। तब आखिरकार दोनों पुत्रियों ने पुत्र बनकर मां को कंधा देने और मुखाग्नि कर्म से लेकर अत्येष्टि कर्म करने की बिडा उठाया जिसका समाज में काफी प्रशंसा हो रही है। लोगों ने कहा इसे बेटा चाहने वालों कोई बड़ी सीख मिल रही है।Conclusion: दुमका -जरमुंडी में पुत्री ने दिया मां को मुखाग्नि समाज के लोगों में पुत्री को मिल रही है काफी प्रशंसा ।पुत्रियों ने कहा बेटा बेटी एक समान होता है। इससे समाज में बेटा चाहने वाले लोगों को एक अच्छा संदेश गया,और पुत्रियों को समाज में काफी प्रशंसा मिल रही है।
Last Updated : Oct 16, 2019, 7:05 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.