दुमका: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका के खिजुरिया गांव स्थित शिबू सोरेन के आवास पर एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश पर हुए एफआईआर को जायज ठहराया. सीएम ने कहा कि भाजपा पूरे देश के राज्यों में अपनी सरकार बनाने के लिए हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा देती है. अपने अधिकारों का दुरूपयोग करती है. ऐसा लगता है जैसे इन्होंने दुकान खोल रखी हो, सीएम ने कहा कि दीपक प्रकाश के द्वारा जिस तरह सरकार बनाने को लेकर बयान आ रहे थे उसे लगता है कि कोई राजनीतिक षड्यंत्र चल रहा है. ऐसे में यह एफआईआर सही किया गया है और इस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
सीएम ने कहा ऑनलाइन छात्रवृत्ति ट्रांसफर में हुई गड़बड़ी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया कि झारखंड के विद्यार्थियों को जो ऑनलाइन छात्रवृत्ति मिलती है उसमें करोड़ों का घोटाला हुआ है और यह सब रघुवर सरकार के समय का मामला है. यह कल्याण विभाग के अंतर्गत आता है और उस वक्त कल्याण मंत्री लुईस मरांडी थी जो वर्तमान में दुमका विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रत्याशी है. सीएम ने कहा कि इसकी जांच कर कार्रवाई होगी.
औद्योगिक क्षेत्र को किया जाएगा विकसित
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेस वार्ता में यह भी जानकारी दी कि औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए भूमि का होना जरूरी है. हमने ग्राम पंचायतों और उससे जुड़े लोगों से बात की है और उससे जमीन प्राप्त कर आवश्यक शर्तों के बाद औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा. साथ ही सीएम ने कहा कि आऊटसोर्सिंग के माध्यम से जो लोग काम कर रहे हैं, उन्हें बेहतर ढंग से कैसे रोजगार मिले इसकी भी प्लानिंग चल रही है.
बाबूलाल मरांडी की आलोचना की
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बाबूलाल मरांडी कभी भाजपा की आलोचना करते थे तो कभी कांग्रेस की तो फिर कभी हमारी. अभी वह फिर से भाजपा में हैं तो हम लोगों की आलोचना जारी है. वह लगातार हम पर निशाना साधते हैं लेकिन उनका यह निशाना मिसफायर या फिर बैक फायर भी हो सकता है.
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निशिकांत दुबे खुद को जो समझते हैं वह मैं उन्हें नहीं समझता
निशिकांत दुबे ने 5 दिन पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से इस बात का जवाब मांगा था कि 1 सितंबर 2013 से 15 नवंबर 2013 के बीच में किन लोगों के संपर्क में रहें. कहां रहे, किससे बातें किए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से यह सवाल पूछे जान उन्होंने कहा कि निशिकांत खुद को जो समझते हैं. वह मैं उन्हें नहीं समझता और न निशिकांत के बातों पर ध्यान देता हूं.