दुमका: दुमका सदर अस्पताल अब दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तब्दील हो गया है. लेकिन नहीं बदली है तो वह है इस अस्पताल की व्यवस्था. जानकर आश्चर्य होगा कि यहां सर्जरी नहीं होती. इसकी वजह है कि डीएमसीएच में एनेस्थीसिया देने वाले विशेषज्ञ डॉक्टर ही नहीं हैं. इससे मरीज और उनके परिजनों को काफी परेशानी होती है. इस अस्पताल में छोटा-मोटा इलाज तक तो ठीक है पर जैसे ही सर्जरी तक मामला पहुंचता है मरीज को बाहर रेफर कर दिया जाता है.
क्या कहते हैं मरीज के परिजन
दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल नाम तो बहुत बड़ा है पर यहां सर्जरी नहीं होती. अपने एक मरीज का इलाज के लिए लाए दुमका जिला परिषद के उपाध्यक्ष असीम मंडल ने कहा कि सर्जरी की जरुरत पड़ने पर मरीज को बाहर रेफर कर दिया गया. उन्होंने इसे निराशाजनक बताया. वहीं अन्य स्थानीय लोग दुमका के इस सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की व्यवस्था से काफी नाखुश हैं. वे सरकार से इस पर ध्यान देने की बात कर रहे हैं.
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क्या कहते हैं दुमका के सिविल सर्जन
इस संबंध में जब हमने जिले के सिविल सर्जन डॉ एके झा से बात की तो उन्होंने भी माना कि सर्जरी नहीं होने से मरीज ही नहीं बल्कि उनके अस्पताल में जो सर्जन काम कर रहे हैं उन्हें भी परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि एक एनेस्थीसिया देने वाले एक सीनियर डॉक्टर की पोस्टिंग हुई थी लेकिन उन्होंने अब तक ज्वाइन नहीं किया. सिविल सर्जन ने बताया कि इन सारी बातों को उन्होंने सरकार तक पहुंचा दिया है.
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तुरंत पहल की जरुरत
सरकारी अस्पताल में आमतौर पर जरूरतमंद या गरीब मरीज ही पहुंचते हैं, लेकिन जब व्यवस्था नहीं रहने के कारण उन्हें बाहर रेफर कर दिया जाता है तो कई मामलों में विकट स्थिति बन जाती है. सरकार को तुरंत इस पर पहल करनी चाहिए.