दुमकाः रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला किया गया है. पिछले चार दिनों से लगातार बम धमाका और मिशाइल की आवाज सुनाई दे रही है. इसमें हजारों की संख्या में भारतीय फंसे हैं, जिसमें झारखंड के लोग भी शामिल हैं. सैकड़ों की संख्या में भारतीय छात्र यूक्रेन से अपने देश लौटने के लिए बस से रोमानिया के लिए निकले, जिसमें दुमका के अलकमा आदिल भी है.
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आदिल रोमानिया बॉर्डर पर कई घंटा पहले पहुंच गए. लेकिन बॉर्डर पर रोक लिया गया है. स्थिति यह है कि भूखे प्यासे रोमानिया के लिए निकले भारतीय परेशान हैं. अलकमा आदिल ने अपने पिता डॉ. हनीफ से फोन पर बात की है. आदिल ने अपने पिता को बताया है कि हमलोग बॉर्डर पर आ गए हैं. लेकिन बॉर्डर पार करने नहीं दिया जा रहा है. आदिल ने यह भी बताया कि भारत सरकार की ओर से बॉर्डर पर किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है. स्थिति यह है कि 4 डिग्री सेल्सियस तापमान है, जहां नहीं पीने के पानी है और नहीं खाने की कोई व्यवस्था.
आदिल से बात करने के बाद उनके परिवार काफी चिंतित हैं. उन्होंने कहा है कि सराकर से मांग की है कि सक्षम अधिकारी को शीघ्र भेजकर भारतीय लोगों को बॉर्डर पार करने की व्यवस्था सुनिश्चत कराया जाए. इसके साथ ही खानपान की भी व्यवस्था करें, ताकि बच्चा सकुशल घर वापस लौट सके. यहां बता दें कि सैकड़ों की संख्या में झारखंड के छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जो घर वापसी की सरकार से गुहार लगा रहे हैं.