धनबाद: बरवाअड्डा की रहनेवाली ग्रामीण महिलाओं को वहीं रहने वाले लोकनाथ साव नाम के युवक ने उन्हें एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से लोन दिलवाया. बाद में महिलाओं की लोन की राशि को वह जालसाजी कर खुद ही डकार गया. फाइनेंस कंपनी के पदाधिकारी जब लोन की किस्त रिकवरी के लिए महिलाओं घर पहुंचने लगे, तब महिलाओं को इस बात की जानकारी हुई. पीड़ित महिलाओं ने एसएसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है.
बताया जा रहा है कि बरवाअड्डा के रहने वाले लोकनाथ साव गांव की औरतों को एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर उनसे कई कागजातों पर हस्ताक्षर करवा लिया. उन सभी का बैंक अकाउंट भी खुलवाया गया. प्रति महिला 50 हजार से 70 हजार तक की राशि का उसने लोन करवाया. लोन की राशि उन महिलाओं के खातों में जमा भी हो गई. महिलाएं अब वह राशि अपने खाते से निकालती. इससे पहले ही लोकनाथ ने लोन की ज्यादा किस्त चुकता करने का डर दिलाकर महिलाओं को लोन की राशि फाइनेंस कंपनी को वापस कर देने पर राजी कर लिया.
लोकनाथ ने लोन का कुल 22 लाख रुपया राशि फाइनेंस कंपनी में जमा कराने के बजाय अपने खाते में जमा करा लिया. इसके बाद से वह फरार है. अब कंपनी किस्त की राशि की रिकवरी करने के लिए लगातार पीड़ित महिलाओं के घर पहुंच रही है. कंपनी के लोग जब किस्त की राशि की वसूली के लिए महिलाओं के घर पहुंचे तब उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि लोकनाथ ने जालसाजी की है.
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गांव में पंचायत बैठा कर लोकनाथ के पिता पर राशि वापस करने और उसे हाजिर करने का दबाव भी बनाया गया. पिता ने 17 फरवरी को पैसे सहित लोकनाथ को पंचायत में हाजिर करने का भरोसा दिया, लेकिन वह ऐसा करने से मुकर गया. जिसके बाद पीड़ित महिलाओं ने पैसे की रिकवरी कराने और जालसाज युवक पर कार्रवाई करने की मांग एसएसपी से की है.