धनबाद: आज महापर्व छठ के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया. पूरे जिले में शांतिपूर्वक सूर्य को अर्घ्य छठ व्रतियों ने दिया. कहीं से कोई अप्रिय जानकारी सामने नहीं आई है. वहीं, कोरोना वायरस को लेकर सरकार के द्वारा दिए गए गाइडलाइन का भी छठ घाटों पर असर देखने को मिला.
कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए सरकार ने पहले नदियों, तालाबों और सार्वजनिक स्थानों पर छठ करने की इजाजत देने से इनकार कर दिया था. लेकिन श्रद्धालुओं के भारी विरोध के बाद सरकार को इसमें संशोधन करना पड़ा और कोरोना के लेकर दिए गए गाइडलाइन के अनुसार छठ करने की छूट दी गई. छठ घाटों पर भी इसका असर देखने को मिला. अधिकांश लोग मास्क लगाकर ही घाट तक पहुंचे.
जिले के विभिन्न इलाकों में छठ घाटों पर कमेटियों और जिला प्रशासन की ओर से मास्क और सेनेटाइजर का वितरण किया जा रहा था, जिससे कोरोना के प्रति सतर्कता बरती जा सके. कुछ जगहों पर पहले की अपेक्षा कम भीड़ देखी गई. अधिकांश लोगों ने अपने घर में ही इस बार छठ मनाना उचित समझा और बहुत लोगों ने अपने घरों पर ही अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया.
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जिला प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम देखे गए. सभी छठ घाटों पर पर्याप्त मात्रा में महिला और पुरुष बल की तैनाती थी. इसके साथ ही जिला प्रशासन ने सादे लिबास में भी पुलिस बल की तैनाती कर रखी थी ताकि किसी प्रकार की अनहोनी को रोका जा सके. धनबाद एसडीएम सुरेंद्र कुमार स्वयं छठ घाटों का निरीक्षण करते देखे गए. शनिवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ यह व्रत पारन के साथ खत्म हो जाएगा.