धनबादः सेल के चासनाला कोलियरी में डीप माइंस में कोयले के ढेर में दबने से महताब आलम नाम के एक मजदूर की मौत हो गई थी. मृतक के आश्रितों को मुआवजा और नियोजन दिलाने को लेकर यूनियन के नेताओं और स्थानीय विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कार्यालय के सभागार में हंगामेदार वार्ता की. जिसके बाद संवेदक कोल माइनिंग डेवलपमेंट एंड कंपनी ने चार लाख रुपया मुआवजे के तौर पर और मृत्यु के बाद मिलनेवाली सुविधाओं को उनके आश्रितों को देने पर सहमति बनी. इसके साथ ही सेल कंपनी ने आश्रित को नियोजन देने पर सहमति जताई है. स्थानीय विधायक ने कंपनी की ओर से मृतक की पत्नी को 50 हजार नकद व साढ़े तीन लाख चेक सौंपा है.
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बता दें कि मजदूर और यूनियन संगठन की ओर से महताब के शव को माइंस के ऊपर रखकर घंटों आंदोलन किया गया. हाजिरी घर के समक्ष परिजन और मजदूर यूनियन के नेता मृतक के आश्रित को नियोजन की मांग को लेकर आंदोलन पर बैठ गए. 50 लाख मुआवजा और सेल में नियोजन समेत अन्य सुविधाओं को दिलाने के लिए मजदूर यूनियन हंगामा करते रहे. मुआवजे की राशि कम दिए जाने को लेकर मजदूर संगठन आक्रोशित हो उठे. जिसके बाद में विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह मौक में पहुंची. इसके बाद भी कई घंटों तक बातें हुई जिसके बाद मुआवजा के रूप में 4 लाख की राशि और सेल कंपनी में मृतक महताब आलम की पत्नी को नौकरी नियोजन दिए जाने पर सहमति बनी है.