धनबाद: जिले के राजगंज में आजसू कार्यकर्ताओं को सीएम हेमंत सोरेन का पुतला दहन करना महंगा पड़ गया. आजसू कार्यकर्ताओं के इस प्रदर्शन का स्थानीय महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया. सीएम का पुतला दहन के खिलाफ महिलाओं का गुस्सा देख आजसू कार्यकर्ताओं को पीछे हटना पड़ा.
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क्षेत्रीय भाषा का विरोध कर रही थी आजसू
दलअसल भोजपुरी एवं मगही को धनबाद और बोकारो जिले की नियुक्तियों में क्षेत्रीय भाषा के रूप में शामिल करने के खिलाफ आजसू कार्यकर्ता सड़क पर उतरे थे. कार्यक्रम के तहत विरोध प्रदर्शन के बाद सीएम हेमंत सोरेन का पुतला दहन करना था. इसी प्रदर्शन में ग्रामीण महिलाओं को यह कहकर बुलाया गया था कि उन्हे धोती, साड़ी और कंबल दिया जाएगा. लेकिन जैसे ही पुतला दहन की प्रक्रिया शुरू हुई आदिवासी महिलाओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया.
दोनों पक्षों के बीच जमकर बहस
सीएम हेमंत सोरेन का पुतला देखते ही आदिवासी महिलाएं भड़क गई और उन्होंने पुतला जलाने का विरोध कर दिया. जिसके बाद आजसू कार्यकर्ताओं के साथ उनकी बहस शुरू हो गई. देखते ही देखते सड़क जाम की स्थिति बन गई और कुछ समय के किये NH 2 जाम हो गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह घटनास्थल पर लोगों को समझाया बुझाया एवं स्थिति पर काबू पाया.