धनबाद: जिस इलाके को लोग कभी गैंग्स ऑफ वासेपुर के नाम से जानते थे. अब वहां कि फिजा बदल चुकी है. यहां के लोग अब लोकतंत्र में पूरी आस्था रखते हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ईटीवी भारत की टीम वासेपुर पहुंची. इस दौरान लोगों ने ईटीवी भारत से अपनी समस्याओं को साझा किया . इसके साथ ही लोगों ने बताया कि आखिर उन्हें कैसा उम्मीदवार पसंद है.
वासेपुर के पांडरपाला के लोगों ने कहा कि यहां 2 वार्ड मिलाकर करीब 35 से 40 हजार की आबादी है. इस बड़ी आबादी को रांगाटांड जाने के लिए रेलवे लाइन को क्रॉस करके जाना पड़ता है. पैदल चलकर स्कूल तक पहुंचने वाले बच्चे भी रेलवे लाइन को क्रॉस कर आते जाते हैं. कई बार लोग हादसे का शिकार भी हो चुके हैं, जिनमें कई जिंदगियां तबाह हो चुकी हैं. लोगों ने कहा कि शमशेर नगर में कब्रिस्तान है. वासेपुर की एक बड़ी आबादी को किसी के इंतकाल के समय जनाजे को इसी रेलवे लाइन को क्रॉस करके लेकर जाना पड़ता है.
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इस दौरान लोगों में एक डर का माहौल बना रहता है, क्योंकि जनाजे में बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं. अंडर ग्राउंड पास की मांग लिए लोगों ने सरकारी मुलाजिमों के दफ्तर के चक्कर भी लगाए. हालांकि सफलता हाथ नहीं लगी. लोगों ने वर्तमान जनप्रतिनिधियों को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. लोगों का यह भी कहना है कि पहले यहां रेलवे क्रॉसिंग फाटक हुआ करता था. रेलगाड़ियों के आनेजाने के दौरान फाटक बंद कर दिया जाता था. फिलहाल इस व्यवस्था को खत्म कर आरा मोड़ से आजाद नगर तक ओवरब्रिज का निर्माण कराया गया. लेकिन इस ओवरब्रिज तक जाने के लिए दो से तीन किलोमीटर का फासला तय करना पड़ता है. लोगों ने कहा कि उन्हें ऐसा जनप्रतिनिधि चाहिए जो उनकी समस्याओं को दूर कर सके.