धनबादः पुर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में शूटर अमन सिंह समेत तीन आरोपियों को सोमवार 18 जुलाई को धनबाद एमपी एमएलए कोर्ट में पेश किया गया. उन्हें सफाई बयान के लिए लाया गया था. अमन सिंह को कड़ी सुरक्षा के साथ दुमका जेल से धनबाद लाया गया और बयान दर्जा कराया गया.
अपने सफाई बयान में अमन सिंह ने न्यायालय में कहा कि हत्याकांड में उसे फंसाया जा रहा है. उससे पहले तो झारखंड हम कभी आए भी नहीं थे. धनबाद एसआईटी टीम यूपी पुलिस की मदद से मेरे घर से जबरन पकड़ कर मुझे धनबाद सरायढेला थाना लाई और सादे कागज पर साइन करा लिया. वहीं पेशी के बाद मीडिया को देखकर कहा कि दुमका जेल में मुझे खतरा है. मुझे यूपी भेजा जाय हमे झारखंड में प्रताड़ित किया जा रहा है. उसने कहा कि मेरे परिवार को भी पुलिस गलत तरीके से फंसा रही हैं. न्यायालय से भी आज हम यूपी जेल भेजने की मांग किए हैं.
बता दें कि साल 2017 में धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की सरायढ़ेला थाना क्षेत्र में ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या कर दी गई थी. जिसके आरोप में झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह जेल में बंद हैं. 15 जुलाई को पूर्व विधायक संजीव सिंह समेत 3 आरोपियों का अदालत में सफाई बयान दर्ज हुआ था.
कैसे हुई थी हत्या: 21 मार्च 2017 की शाम 7 बजे नीरज सिंह अपनी फाॅर्च्यूनर कार (जेएच10एआर-4500) से सरायढ़ेला स्थित अपने आवास रघुकुल लौट रहे थे. वह ड्राईवर के साथ आगे की सीट पर बैठे थे. पीछे की सीट पर उनके सहायक सरायढ़ेला न्यू काॅलोनी निवासी अशोक यादव और निजी अंगरक्षक मुन्ना तिवारी बैठे थे. स्टील गेट के पास बने स्पीड ब्रेकर पर नीरज की गाड़ी की रफ्तार कम होते ही, दो बाइक पर सवार हमलावरों ने उनकी कार को चारों तरफ से घेर लिया और कार पर गोलियों की बरसात कर दी थी. चारों तरफ से 9 एमएम की पिस्टल और कारबाइन से 50 से अधिक राउंड फायरिंग की गई. घटना के बाद आसपास के इलाकों में भगदड़ मच गया था. गाड़ी में सवार नीरज सिंह समेत अशोक यादव, मुन्ना तिवारी और ड्राइवर घलटू महतो की मौत मौके पर ही हो गई थी.