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धनबाद के मुनीलाल को राशन नहीं मिलने पर बैकफुट पर सरयू राय, कहा- दोषियों पर हर हाल में होगी कार्रवाई

सरयू राय ने कहा कि मुनीलाल का राशन कार्ड 2017 में ही रद्द कर दिया गया था.  उनका राशन कार्ड किस आधार पर कैंसल हुआ है यह जानकारी अधिकारियों से मांगी गई है. बीजेपी नेता ने कहा कि जब राशन कार्ड नहीं है तो अंगूठा मैच करना या बायोमेट्रिक पर निशान नहीं मिलने का सवाल ही नहीं उठता है.

धनबाद के मुनीलाल को राशन नहीं मिलने पर बैकफुट पर सरयू राय
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Published : Jun 13, 2019, 8:59 PM IST

धनबाद: बाघमारा में रहने वाले मुनीलाल को पिछले दो साल से राशन नहीं मिल रहा था. इस मामले पर झारखंड हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है. जिसके बाद सूबे के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने आपातकालीन बैठक बुलाई. हालांकि उन्होंने इसे एक रूटीन बैठक बताया.

वीडियो में देखें पूरी खबर

अखबारों में आई खबरों से इंकार
जिले के सर्किट हाउस में पीडीएस की योजना सुचारू ढंग से चलाने को लेकर सरयू राय ने अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में पीडीएस डीलर प्रतिनिधि, निगरानी समिति और मार्केटिंग ऑफिसर शामिल हुए. बैठक के बाद उन्होने मुनीलाल के संबंध में आई खबरों को सीरे से नकार दिया. उन्होंने कहा कि मामला वैसा बिल्कुल भी नहीं है, जैसा खबरों में बताया जा रहा है.

सरयू राय ने कहा कि मुनीलाल का राशन कार्ड 2017 में ही रद्द कर दिया गया था. उनका राशन कार्ड किस आधार पर कैंसल हुआ है यह जानकारी अधिकारियों से मांगी गई है. बीजेपी नेता ने कहा कि जब राशन कार्ड नहीं है तो अंगूठा मैच करना या बायोमेट्रिक पर निशान नहीं मिलने का सवाल ही नहीं उठता है.

दस हजार रुपए का अनाज बैंक
सरयू राय ने कहा कि अगर किसी के पास राशन नहीं है तो मुखिया के पास दस हजार रुपए का अनाज बैंक है. इस राशि का वह पांच हजार भी खर्च करता है तो उसके अकाउंट में फिर पांच हजार रुपए चले जाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि इसमें कहां लापरवाही बरती गई है.

जांच कमिटी का हो सकता है गठन
खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि इस मामले से जुडी़ जरूरी सूचनाएं इकट्ठी की जा रही हैं और जरूरत पड़ने पर जांच कमिटी भी बनाई जा सकती है. संबंधित मंत्री ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि किसी भी तरह की लीपापोती नहीं चलेगी और जो भी जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.

धनबाद: बाघमारा में रहने वाले मुनीलाल को पिछले दो साल से राशन नहीं मिल रहा था. इस मामले पर झारखंड हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है. जिसके बाद सूबे के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने आपातकालीन बैठक बुलाई. हालांकि उन्होंने इसे एक रूटीन बैठक बताया.

वीडियो में देखें पूरी खबर

अखबारों में आई खबरों से इंकार
जिले के सर्किट हाउस में पीडीएस की योजना सुचारू ढंग से चलाने को लेकर सरयू राय ने अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में पीडीएस डीलर प्रतिनिधि, निगरानी समिति और मार्केटिंग ऑफिसर शामिल हुए. बैठक के बाद उन्होने मुनीलाल के संबंध में आई खबरों को सीरे से नकार दिया. उन्होंने कहा कि मामला वैसा बिल्कुल भी नहीं है, जैसा खबरों में बताया जा रहा है.

सरयू राय ने कहा कि मुनीलाल का राशन कार्ड 2017 में ही रद्द कर दिया गया था. उनका राशन कार्ड किस आधार पर कैंसल हुआ है यह जानकारी अधिकारियों से मांगी गई है. बीजेपी नेता ने कहा कि जब राशन कार्ड नहीं है तो अंगूठा मैच करना या बायोमेट्रिक पर निशान नहीं मिलने का सवाल ही नहीं उठता है.

दस हजार रुपए का अनाज बैंक
सरयू राय ने कहा कि अगर किसी के पास राशन नहीं है तो मुखिया के पास दस हजार रुपए का अनाज बैंक है. इस राशि का वह पांच हजार भी खर्च करता है तो उसके अकाउंट में फिर पांच हजार रुपए चले जाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि इसमें कहां लापरवाही बरती गई है.

जांच कमिटी का हो सकता है गठन
खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि इस मामले से जुडी़ जरूरी सूचनाएं इकट्ठी की जा रही हैं और जरूरत पड़ने पर जांच कमिटी भी बनाई जा सकती है. संबंधित मंत्री ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि किसी भी तरह की लीपापोती नहीं चलेगी और जो भी जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:धनबाद।बाघमारा के मुनिलाल का दो साल से राशन बन्द होने पर हाईकोर्ट द्वारा मामला संज्ञान में लेने के बाद सूबे खाद्य आपूर्ति मंत्री रेस हैं।मंत्री ने जिले के अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक की।हालांकि इस बैठक को उन्होंने एक रूटीन बैठक बताया है।


Body:जिले के सर्किट हाउस में पीडीएस की योजना सुचारू ढंग से चले इसे लेकर खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने अधिकारियों के साथ बैठक की।पीडीएस डीलर प्रतिनिधि,निगरानी समिति और मार्केटिंग ऑफिसर बैठक में शामिल हुए।मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री ने कहा मुनीलाल के संबंध में जो अखबारों में खबरें आई है।मामला वैसा बिल्कुल भी नही है।मुनीलाल साल 2017 में राशन कार्ड रद्द कर दिया गया था।उन्होंने कहा कि हमने यह जानकारी अधिकारियों से मांगी है कि किस आधार पर उनका राशन कार्ड रद्द हुआ है।राशन कार्ड जब है ही नही तो अंगूठा मैच करना या बायोमेट्रिक पर निशान नही मिलना इसका सवाल नही उठता है।

किसी के पास यदि राशन नही है तो मुखिया के पास दस हजार रुपए का अनाज बैंक है।यदि इस राशि का वह पांच हजार भी खर्च करता है तो उसके अकाउंट में फिर पांच हजार रुपए चला जाएगा।इस बात की भी जाँच की जा रही है कि इसमें कहां लापरवाही बरती गई है।

उन्होंने कहा कि मैंने अपने सचिव को इस मामले में जरूरी सूचनायें इकट्ठा करने को कहा।यदि जरूरी हुआ तो मुख्यालय से एक जांच कमिटी बनायी जाएगी।वह कमिटी रांची से धनबाद पहुँचकर हर पहलू की जांच करेगी।जांच के बाद जो भी अधिकारी दोषी पाए जाएंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है।इसलिए कोर्ट ने संज्ञान लिया है।कोर्ट के समक्ष राज्य सरकार एवं जिले के डीसी सही बात को रखेंगे।कोई भी लीपापोती इस मामले में नही चलेगी।सही बातें रखी जाएगी जिम्मेदार जिस पर बनेगी उस पर कार्रवाई की जाएगी।



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