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RPF की मुस्तैदी से दो मासूम अपने परिवार से मिले, दोनों कानपुर के मदरसा से थे गायब

बराकर आरपीएफ (RPF) थाना पुलिस की मुस्तैदी के कारण दो मासूमों को अपना परिवार मिल गया. अगर पुलिस सही समय पर सही कदम नहीं उठाती तो दोनों मासूम किसी बड़ी मुसीबत में फंस सकते थे.

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Published : Jul 31, 2021, 9:53 PM IST

children from Shaktipunj Express at dhanbad
children from Shaktipunj Express at dhanbad

धनबाद: दो बच्चों की ट्रेन में अकेले सफर करने की सूचना पर बराकर आरपीएफ (RPF) थाना की पुलिस ने सघन जांच अभियान चलाया. कड़ी मशक्कत के बाद आरपीएफ की टीम ने ट्रेन में सफर कर रहे दोनों बच्चों को बरामद कर लिया. बराकर आरपीएफ इंस्पेक्टर नितिन कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि दो छोटे बच्चे शक्तिपुंज ट्रेन में अकेले सफर करते हुए देखे गए हैं. उन बच्चों को देखने से ऐसा लग रहा है जैसे वह अकेले ही सफर कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Human Trafficking: मानव तस्करों के चंगुल से छूटी 2 नाबालिग समेत चार लड़कियां, हिरासत में दो लोग

8 और 10 साल के हैं बच्चे

सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए आरपीएफ थाना बराकर के निरीक्षक नितिन कुमार ने शक्तिपुंज ट्रेन में हवलदार विक्रांत कुमार और कॉन्स्टेबल कुमार बबलू बैठा से सघन जांच अभियान चलवाया. काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को ट्रेन से बरामद कर लिया गया. पूछताछ के दौरान 2 बच्चों ने अपना नाम राजा (उम्र 10 वर्ष) और सलमान (उम्र 8 वर्ष) बताया. बच्चे ट्रेन में अकेले सफर करते हुए पाए गए. उन्होंने अपने पिता का नाम मोहम्मद जुबेर बताया उन्होंने बताया कि वे बिहार के मधेपुरा के आलम नगर के रहने वाले हैं. हालांकि उन्होंने शक्तिपुंज ट्रेन में अकेले सफर करने का कोई कारण नहीं बताया.

कानपुर के मदरसा में पढ़ते हैं बच्चे
बहला फुसला कर पूछताछ करने के बाद उन्होंने अपने पिता का मोबाइल नंबर दिया. मोबाइल नंबर पर तुरंत ही संपर्क किया गया तब जाकर पता चला कि दोनों बच्चे कानपुर के किसी मदरसा में पढ़ते हैं. दोनों 28 जुलाई ही वहां से लापता हो गए. इसके बाद उन्होंने दोनों बच्चों को आसनसोल रेलवे स्टेशन पर स्थित रेलवे चाइल्ड लाइन केंद्र पर पहुंचाया. वहीं, दूसरी ओर सूचना पाने के बाद बच्चों के माता-पिता भी चाइल्डलाइन केंद्र पर पहुंचे तथा अपने बच्चों की पहचान की. बच्चों को पहचानने के बाद वह फूट-फूट कर रोने लगे और रेलवे सुरक्षा बल थाना बराकर के सभी जवानों द्वारा इस कार्य को लेकर काफी सराहना करते हुए बधाई दिया.

धनबाद: दो बच्चों की ट्रेन में अकेले सफर करने की सूचना पर बराकर आरपीएफ (RPF) थाना की पुलिस ने सघन जांच अभियान चलाया. कड़ी मशक्कत के बाद आरपीएफ की टीम ने ट्रेन में सफर कर रहे दोनों बच्चों को बरामद कर लिया. बराकर आरपीएफ इंस्पेक्टर नितिन कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि दो छोटे बच्चे शक्तिपुंज ट्रेन में अकेले सफर करते हुए देखे गए हैं. उन बच्चों को देखने से ऐसा लग रहा है जैसे वह अकेले ही सफर कर रहे हैं.

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8 और 10 साल के हैं बच्चे

सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए आरपीएफ थाना बराकर के निरीक्षक नितिन कुमार ने शक्तिपुंज ट्रेन में हवलदार विक्रांत कुमार और कॉन्स्टेबल कुमार बबलू बैठा से सघन जांच अभियान चलवाया. काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को ट्रेन से बरामद कर लिया गया. पूछताछ के दौरान 2 बच्चों ने अपना नाम राजा (उम्र 10 वर्ष) और सलमान (उम्र 8 वर्ष) बताया. बच्चे ट्रेन में अकेले सफर करते हुए पाए गए. उन्होंने अपने पिता का नाम मोहम्मद जुबेर बताया उन्होंने बताया कि वे बिहार के मधेपुरा के आलम नगर के रहने वाले हैं. हालांकि उन्होंने शक्तिपुंज ट्रेन में अकेले सफर करने का कोई कारण नहीं बताया.

कानपुर के मदरसा में पढ़ते हैं बच्चे
बहला फुसला कर पूछताछ करने के बाद उन्होंने अपने पिता का मोबाइल नंबर दिया. मोबाइल नंबर पर तुरंत ही संपर्क किया गया तब जाकर पता चला कि दोनों बच्चे कानपुर के किसी मदरसा में पढ़ते हैं. दोनों 28 जुलाई ही वहां से लापता हो गए. इसके बाद उन्होंने दोनों बच्चों को आसनसोल रेलवे स्टेशन पर स्थित रेलवे चाइल्ड लाइन केंद्र पर पहुंचाया. वहीं, दूसरी ओर सूचना पाने के बाद बच्चों के माता-पिता भी चाइल्डलाइन केंद्र पर पहुंचे तथा अपने बच्चों की पहचान की. बच्चों को पहचानने के बाद वह फूट-फूट कर रोने लगे और रेलवे सुरक्षा बल थाना बराकर के सभी जवानों द्वारा इस कार्य को लेकर काफी सराहना करते हुए बधाई दिया.

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