धनबाद: संयुक्त मोर्चा के बैनर तले ईसीएल मुग्मा क्षेत्रीय कार्यालय के पास किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया. इस धरना की शुरुआत में किसान आंदोलन में शहीद किसान के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. जिसके बाद धरना शुरू किया गया. इसके माध्यम से किसान कानून के लागू किए गए तीन नियमों में बदलाव करने की जोरदार अपील की गई. इसके साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
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केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जनता गोलबंद
वर्तमान केंद्र सरकार सभी कंपनियों को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रही है. जिसका संयुक्त मोर्चा विरोध कर रही है. भारत के बहुमूल्य संपत्तियों को कॉरपोरेट घरानों को बेचा जा रहा है. जिसे संयुक्त मोर्चा कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. वर्तमान में पांच राज्यों में चुनाव चल रहे हैं और संयुक्त मोर्चा यह दावा करती है कि केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जनता गोलबंद है और जनता इस चुनाव में करारा जवाब देने के लिए तैयार है.
जोरदार आंदोलन करने पर विचार
भाजपा और उनके सहयोगी दलों को इन सभी राज्यों में जनता शिकस्त देने के लिए बाध्य है. अगले महीने अप्रैल में निरसा विधानसभा क्षेत्रों में इस काले कानून के खिलाफ सभी संयुक्त मोर्चा जोरदार आंदोलन करने पर विचार विमर्श कर रहे हैं. मजदूर, किसान, दलित और शोषित सभी को अपना अधिकार मिले इस उद्देश्य के कारण आज संयुक्त मोर्चा एक दिवसीय धरना पर बैठे हैं.