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फूलों की खुशबू ने बदल दी युवा किसानों की तकदीर, हर साल हो रही लाखों की कमाई - रवि निषाद

धनबाद के भूली इलाके के रहने वाले रवि निषाद नाम के युवक ने खेती के क्षेत्र में बेहतर कर दिखाया है. उसने फूलों की खेती कर अपनी तकदीर बदल दी है. वो किसानों से किराये पर जमीन लेते हैं और फूलों की खेती करते हैं. उनका कहना है कि कम लागत में लाखों रुपयों की कमाई फूलों से हो जाती है.

फूलों की खेती
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Published : Feb 24, 2019, 2:12 PM IST

धनबाद: हमारा देश कृषि प्रधान का देश है. पारंपरिक खेती के अलावा अब युवा किसान फूलों की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे और अपनी तकदीर बदल रहे हैं. धनबाद के भूली इलाके के रहने वाले रवि निषाद ने इस क्षेत्र में बेहतर कर दिखाया है.

फूलों की खेती

अच्छी कमाई

बता दें कि इनके पास अपनी जमीन भी नहीं है. वो किसानों से किराये पर जमीन लेते हैं और फूलों की खेती करते हैं. उनका कहना है कि कम लागत में लाखों रुपयों की कमाई फूलों से हो जाती है. उन्होंने कहा कि स्नातक करने के बाद नौकरी के लिए बहुत प्रयास किया, लेकिन जब सभी जगह से हार गया और नौकरी नहीं मिली तो फूल की खेती करने की सोची और आज फूल की खेती से अच्छी कमाई हो रही है.

फूलों का बाजार अच्छा रहता है
उनका कहना है कि आज प्रत्येक कार्यक्रम के लिए फुल की जरूरत होती है और अभी चुनाव का समय है, लगन का समय है. इस समय फूल की ज्यादा डिमांड होती है तो इस समय फूलों का रेट बढ़ जाता है. अच्छी खासी कमाई होती है. वैसे सालों भर फूलों का बाजार अच्छा रहता है.

ये भी पढ़ें- रांची में 12 थानेदारों का तबादला, जानें किसको मिल किस थाने का जिम्मा

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सीखने आते हैं छात्र
रवि निषाद से आकर्षित होकर बहुत सारे छात्र फूलों की खेती के गुर सीखने के लिए इनके पास आते हैं. माइनिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र भी वहां पर फूलों की खेती के गुर सीख रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसमें बहुत कम समय में अच्छी कमाई हो जाती है और हम परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहते हैं. अपनी पॉकेट मनी को हम इसी से निकाल लेते हैं.

धनबाद: हमारा देश कृषि प्रधान का देश है. पारंपरिक खेती के अलावा अब युवा किसान फूलों की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे और अपनी तकदीर बदल रहे हैं. धनबाद के भूली इलाके के रहने वाले रवि निषाद ने इस क्षेत्र में बेहतर कर दिखाया है.

फूलों की खेती

अच्छी कमाई

बता दें कि इनके पास अपनी जमीन भी नहीं है. वो किसानों से किराये पर जमीन लेते हैं और फूलों की खेती करते हैं. उनका कहना है कि कम लागत में लाखों रुपयों की कमाई फूलों से हो जाती है. उन्होंने कहा कि स्नातक करने के बाद नौकरी के लिए बहुत प्रयास किया, लेकिन जब सभी जगह से हार गया और नौकरी नहीं मिली तो फूल की खेती करने की सोची और आज फूल की खेती से अच्छी कमाई हो रही है.

फूलों का बाजार अच्छा रहता है
उनका कहना है कि आज प्रत्येक कार्यक्रम के लिए फुल की जरूरत होती है और अभी चुनाव का समय है, लगन का समय है. इस समय फूल की ज्यादा डिमांड होती है तो इस समय फूलों का रेट बढ़ जाता है. अच्छी खासी कमाई होती है. वैसे सालों भर फूलों का बाजार अच्छा रहता है.

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सीखने आते हैं छात्र
रवि निषाद से आकर्षित होकर बहुत सारे छात्र फूलों की खेती के गुर सीखने के लिए इनके पास आते हैं. माइनिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र भी वहां पर फूलों की खेती के गुर सीख रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसमें बहुत कम समय में अच्छी कमाई हो जाती है और हम परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहते हैं. अपनी पॉकेट मनी को हम इसी से निकाल लेते हैं.

Intro:धनबाद: हमारा देश किसानों का देश है लेकिन अब किसान धीरे धीरे खेती से अपना मुंह मोड़ रहे हैं क्योंकि उन्हें खेती में अच्छी कमाई नहीं दिख रही है.वहीं दूसरी ओर पढ़े-लिखे युवा आज खेती कर अपनी तकदीर बदल रहे हैं.धनबाद के युवा आज फूल की खेती कर लाखों कमा रहे हैं.


Body:आपको बता दें कि धनबाद के भूली इलाके के रहने वाले रवि निषाद जिनके पास अपनी जमीन भी नहीं है. वह किसानों से किराए पर जमीन लेते हैं और फूलों की खेती करते हैं. उनका कहना है कि कम लागत में लाखों रुपयों की कमाई फूलों से हो जाती है.उन्होंने कहा स्नातक करने के बाद नौकरी के लिए बहुत प्रयास किया लेकिन जब सभी जगह से हार गया और नौकरी नहीं मिली.तो फिर फूल की खेती करने की सोची और आज फूल की खेती से अच्छी कमाई हो जा रही है.

उनका कहना है कि आज प्रत्येक कार्यक्रम के लिए फुल की जरूरत होती है और अभी चुनाव का समय है ,लगन का समय है. इस समय फूल की ज्यादा डिमांड होती है तो इस समय फूलों का रेट बढ़ जाता है. और अच्छी खासी कमाई होती है. वैसे सालों भर फुल का बाजार अच्छा रहता है.

रवि निषाद से आकर्षित होकर बहुत सारे छात्र फूलों की खेती के गुर सीखने के लिए इनके पास आते हैं. माइनिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र भी वहां पर फूलों की खेती के गुर सीख रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसमें बहुत कम समय में अच्छी कमाई हो जाती है और हम परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहते हैं अपनी पॉकेट मनी को हम इसी से निकाल लेते हैं.


Conclusion:अगर सही तरीके से और वैज्ञानिक तरीके को अपनाकर खेती की जाए तो खेती के द्वारा भी बहुत अच्छी खासी कमाई लोगों को हो सकती है.

बाइट- गौरव - छात्र

बाइट-रवि निषाद-किसान
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