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कोयलांचल में बढ़ता कोरोना, डॉक्टरों की कमी को देखते हुए निजी डॉक्टरों को अब दी गई ट्रेनिंग

धनबाद में कोरोना मरीजों की संख्या 600 के आंकड़े पार कर चुकी है और धनबाद में डॉक्टरों की कमी है. इसे लेकर बीते दिनों धनबाद उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने आईएमए से डॉक्टरों की सूची उपलब्ध करवाने को कहा था. सूची उपलब्ध होने के बाद जिले के विभिन्न डॉक्टरों को सिविल सर्जन कार्यालय में कोविड-19 संबंधित ट्रेनिंग दी गई.

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कोविड अस्पताल धनबाद
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Published : Jul 31, 2020, 3:27 PM IST

धनबाद: कोयलांचल धनबाद में कोरोना विस्फोटक हो चुका है. मरीजों की संख्या 600 के आंकड़े को पार कर चुकी है. डॉक्टरों की कमी की समस्या को देखते हुए बीते दिनों धनबाद उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने आईएमए से डॉक्टरों की सूची उपलब्ध करवाने को कहा था. सूची उपलब्ध होने के बाद जिले के विभिन्न डॉक्टरों को सिविल सर्जन कार्यालय में कोविड-19 संबंधित ट्रेनिंग दी गई. अब यह डॉक्टर ट्रेनिंग के बाद कोविड-19 अस्पताल में ड्यूटी के लिए तैयार हैं. इन्हें कभी भी ड्यूटी के लिए भेजा जा सकता है.

देखें पूरी खबर

बीमा समेत कई अन्य मांग

वहीं, आईएमए ने जिला प्रशासन से सरकारी डॉक्टरों को दी जाने वाली सभी सुविधाओं की मांग की है. उनका कहना है कि जितना खतरा सरकारी डॉक्टरों को है, उतना ही खतरा प्राइवेट डॉक्टरों को भी है. ऐसे में वह सारी सुविधाएं जो सरकारी डॉक्टरों को दी जा रही है उन्हें भी मिलनी चाहिए. इनमें 50 लाख का बीमा समेत कई अन्य मांग शामिल हैं. आईएमए के जिला सचिव डॉ सुशील सिंह ने कहा है कि जिला प्रशासन से इस संबंध में बात हुई है, उन्होंने भी सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही है.


ये भी पढ़ें- राजधानी में एएसआई कामेश्वर रविदास की हत्या से सनसनी, एक गिरफ्तार

'अखबार में नाम न करें उजागर'
साथ ही साथ आईएमए ने कहा कि कोविड-19 में ड्यूटी संबंधित जानकारी और डॉक्टरों का नाम अखबार में आने के बाद मोहल्ले में पड़ोसी हिन दृष्टि से देखते हैं. जिला प्रशासन को नाम उजागर नहीं करना चाहिए. आईएमए ने धनबाद सिविल सर्जन से मांग की है कि भविष्य में आईएमए से संबंधित डॉक्टरों का या किन्ही भी डॉक्टरों का नाम अगर अखबार में नहीं दिया जाए तो बेहतर होगा.

ये भी पढ़ें- लापरवाह हेल्थ सिस्टम ने पहले कोरोना मरीज की ली जान, मौत के बाद भी 12 घंटे तक प्राइवेट गाड़ी में पड़ा रहा शव

डॉक्टरों को ट्रेनिंग दी गई

इस पूरे मामले में धनबाद सिविल सर्जन ने कहा कि धनबाद सिविल सर्जन की ओर से किसी तरह से कोई कोताही नहीं बरती गई है और डॉक्टर के नामों को भी उजागर नहीं किया गया है. फिर भी आगे से और भी इस पर ध्यान रखा जाएगा, ताकि डॉक्टरों की पहचान छिपाई जा सके. उन्हें इस तरह की समस्या न हो इसके लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को यहां ट्रेनिंग दी गई है, अब यह सभी डॉक्टर कोविड-19 अस्पताल में ड्यूटी देने के लिए तैयार हैं. इनकी ड्यूटी कोविड-19 अस्पताल में लगाई जाएगी.

धनबाद: कोयलांचल धनबाद में कोरोना विस्फोटक हो चुका है. मरीजों की संख्या 600 के आंकड़े को पार कर चुकी है. डॉक्टरों की कमी की समस्या को देखते हुए बीते दिनों धनबाद उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने आईएमए से डॉक्टरों की सूची उपलब्ध करवाने को कहा था. सूची उपलब्ध होने के बाद जिले के विभिन्न डॉक्टरों को सिविल सर्जन कार्यालय में कोविड-19 संबंधित ट्रेनिंग दी गई. अब यह डॉक्टर ट्रेनिंग के बाद कोविड-19 अस्पताल में ड्यूटी के लिए तैयार हैं. इन्हें कभी भी ड्यूटी के लिए भेजा जा सकता है.

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बीमा समेत कई अन्य मांग

वहीं, आईएमए ने जिला प्रशासन से सरकारी डॉक्टरों को दी जाने वाली सभी सुविधाओं की मांग की है. उनका कहना है कि जितना खतरा सरकारी डॉक्टरों को है, उतना ही खतरा प्राइवेट डॉक्टरों को भी है. ऐसे में वह सारी सुविधाएं जो सरकारी डॉक्टरों को दी जा रही है उन्हें भी मिलनी चाहिए. इनमें 50 लाख का बीमा समेत कई अन्य मांग शामिल हैं. आईएमए के जिला सचिव डॉ सुशील सिंह ने कहा है कि जिला प्रशासन से इस संबंध में बात हुई है, उन्होंने भी सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही है.


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'अखबार में नाम न करें उजागर'
साथ ही साथ आईएमए ने कहा कि कोविड-19 में ड्यूटी संबंधित जानकारी और डॉक्टरों का नाम अखबार में आने के बाद मोहल्ले में पड़ोसी हिन दृष्टि से देखते हैं. जिला प्रशासन को नाम उजागर नहीं करना चाहिए. आईएमए ने धनबाद सिविल सर्जन से मांग की है कि भविष्य में आईएमए से संबंधित डॉक्टरों का या किन्ही भी डॉक्टरों का नाम अगर अखबार में नहीं दिया जाए तो बेहतर होगा.

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डॉक्टरों को ट्रेनिंग दी गई

इस पूरे मामले में धनबाद सिविल सर्जन ने कहा कि धनबाद सिविल सर्जन की ओर से किसी तरह से कोई कोताही नहीं बरती गई है और डॉक्टर के नामों को भी उजागर नहीं किया गया है. फिर भी आगे से और भी इस पर ध्यान रखा जाएगा, ताकि डॉक्टरों की पहचान छिपाई जा सके. उन्हें इस तरह की समस्या न हो इसके लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को यहां ट्रेनिंग दी गई है, अब यह सभी डॉक्टर कोविड-19 अस्पताल में ड्यूटी देने के लिए तैयार हैं. इनकी ड्यूटी कोविड-19 अस्पताल में लगाई जाएगी.

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