धनबाद: जेल में बंद तबलीगी जमात से जुड़े 10 इंडोनेशियाई नागरिकों के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र के ठाणे के रहने वाले इंडोनेशियाई नागरिकों के दो गाइड के खिलाफ भी पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है, इसके साथ ही इनकी कानूनी मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं.
10 इंडोनेशियाई नागरिकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी
बता दें कि जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने वीजा नियमों के उल्लंघन और छिपकर का धर्म प्रचार करने के आरोप में 10 इंडोनेशियाई नागरिकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. इस मामले में पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र के ठाणे से इनके साथ के दो गाइड थे, इनके खिलाफ भी न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया है.
पर्यटन वीजा पर भारत भ्रमण के लिए पहुंचे थे
बता दें कि 29 फरवरी 2020 को इंडोनेशियाई नागरिक धनबाद पहुंचे थे. गोविंदपुर प्रखंड के आसनबनी मस्जिद में इन नागरिकों ने शरण ली थी. मस्जिद के सदर गुलाम मुस्तफा और सचिव शौकत अंसारी ने इसकी सूचना थाने में नहीं दी थी. लॉकडाउन के बावजूद भी जमात लगाकर इन्होंने धर्म प्रचार जारी रखा था. इंडोनेशियाई नागरिक पर्यटन वीजा पर भारत भ्रमण के लिए पहुंचे थे.
ये भी पढ़ें- रांची में चीनी जासूसों की सूचना वायरल होने पर हड़कंप, जांच में निकले मोबाइल कंपनी के कर्मचारी
जमानत अर्जी दो बार खारिज
ये लोग पहले दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इसके बाद वहां से यह धनबाद पहुंचे थे. 24 मार्च को गोविंदपुर पुलिस ने दबिश देकर इन सभी को क्वॉरेंटाइन में भेज दिया था. क्वॉरेंटाइन की अवधि समाप्त होते कि सभी को 19 अप्रैल को धनबाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था. फिलहाल, सभी धनबाद जेल में ही बंद हैं. 19 अप्रैल 2020 से जेल में बंद इनकी जमानत अर्जी दो बार खारिज हो चुकी है.