धनबादः केंद्रीय बजट के विरोध में मंगलवार को मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) के कार्यकर्ता रणधीर वर्मा चौक पर पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका. पुतला दहन कर केंद्रीय बजट को विरोध जताते हुए कहा कि यह बजट आमलोगों के लिए नहीं, बल्कि कॉर्पोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए है.
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मासस नेताओं ने केंद्र सरकार से मांग की कि शीघ्र बजट को वापस लें, अन्यथा मासस नेता लगातार सड़कों पर आंदोलन करेंगे. मासस नेता हरिप्रसाद पप्पू ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने बजट में गरीबों के हित का कोई खयाल नहीं रखा है. अंबानी और अडानी जैसे कॉर्पोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने की नीयत से इस बजट को तैयार किया गया है. गरीब लोगों को इस बजट से कोई फायदा नहीं होने वाला है.
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट लागू होगा तो आम लोग आर्थिक रूप से और कमजोर होंगे. उन्होंने कहा कि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है, जिसका असर गरीबों पर पड़ रहा है. इस बजट से महंगाई में और इजाफा होगा. यह बजट गरीबों को शोषण करने वाला बजट है. हरिप्रसाद पप्पू ने कहा कि जब तक सरकार इस बजट में संशोधन नहीं करती है, तब तक मासस इसके लिए सड़क पर उतर कर आंदोलन करती रहेगी.