धनबाद: झारखंड में पेट्रोल-डीजल की कीमत पर वैट कम नहीं करने का राज्य सरकार का फैसला पेट्रोल व्यवसायियों को महंगा पड़ रहा है. झारखंड में डीजल की कीमत पड़ोसी राज्यों से अधिक होने की वजह से पंप मालिकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसी के विरोध में मंगलवार (21 दिसंबर) को पूरे राज्य में पेट्रोल पंप बंद ( Petrrol Pump Strike) रखने का ऐलान किया गया है.
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मंगलवार को बंद रहेंगे 1400 पेट्रोल पंप
झारखंड के सभी 1400 पेट्रोल पंप मंगलवार (21 दिसंबर ) को बंद रहेंगे. झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने बंदी की घोषणा की है. पेट्रोल पंप बंद होने से राज्य सरकार को एक दिन में लगभग 10 करोड़ से भी अधिक के राजस्व नुकसान होने की संभावना है.
झारखंड में वैट कम करने की मांग
झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह के मुताबिक उनके पास अपनी मांग मनवाने के लिए हड़ताल ही एक मात्र रास्ता बचा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से वैट को 22 फीसदी से घटाकर 17 फीसदी करने की मांग कई बार की जा चुकी है. उनका कहना है कि 3 दिसंबर को मांगों से संबंधित संबंधित ज्ञापन झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव को दिया गया था. लेकिन इस ज्ञापन पर सरकार चुप बैठ गई है और अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. लगातार हो रहे नुकसान को देखते हुए हड़ताल ही एक मात्र उपाय बचा है.
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बायोडीजल की अवैध बिक्री हो बंद
झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने झारखंड सरकार से वैट कम करने के अलावे में बायोडीजल की हो रही अवैध बिक्री और पेट्रोल पंप का जो बकाया सरकार के पास है उसके तुरंत भुगतान की मांग की है. एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह ने दावा किया है कि सरकार अगर वैट घटाकर 17% करती है तो उसका राजस्व भी सालाना 500 से 600 करोड़ बढ़ेगा और झारखंड में पेट्रोल, डीजल भी सस्ता मिलेंगा. अभी झारखंड में डीजल पड़ोसी राज्यों की तुलना में महंगा है .
पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल-डीजल भरा रहे हैं वाहन चालक
झारखंड में डीजल की कीमत पड़ोसी राज्यों से अधिक होने की वजह से वाहन मालिक अब दूसरे राज्यों से पेट्रोल भरवाकर ही राज्य में प्रवेश कर रहे हैं. ऐसे में सीमावर्ती क्षेत्र के पेट्रोल पंप बंद होने के कगार पर है. लगातार हो रहे नुकसान से परेशान झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने 21 दिसंबर को पूरे राज्य में पेट्रोल पंप बंद रखने का फैसला किया है.