ETV Bharat / city

हर्ल के सामने मजदूरों का नग्न प्रदर्शन, प्रबंधन विरोधी लगाए नारे

धनबाद में वापस कार्य पर रखने की मांग को लेकर मजदूरों ने हर्ल कंपनी के मुख्य गेट के सामने नग्न अवस्था में जमकर प्रदर्शन किया. दरअसल, कंपनी ने लगभग 70 लोगों को यह कहकर काम से निकाला था कि लॉकडाउन खुलते ही उन्हें वापस रख लिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

Semi naked demonstration of workers
मजदूरों का अर्धनग्न प्रदर्शन
author img

By

Published : Jul 16, 2020, 1:53 PM IST

Updated : Jul 16, 2020, 4:33 PM IST

धनबादः सिंदरी हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड के अधीनस्थ एमटीसी कंपनी में कार्यरत 70 लोगों को लॉकडाउन के दौरान कार्य से हटा दिया गया. हटाए गए 70 मजदूर पूर्व से ही कार्यरत थे. वापस कार्य पर रखने की मांग को लेकर सभी मजदूरों ने हर्ल कंपनी के मुख्य गेट के समक्ष नग्न अवस्था में जमकर प्रदर्शन किया और इस दौरान मजदूरों ने प्रबंधन विरोधी नारे भी लगाए.

ये भी पढ़ें-विधायक इरफान अंसारी का बयान, कहा- प्रदेश अध्यक्ष करें विधायकों का नाम सार्वजनिक

नग्न प्रदर्शन कर रहे मजदूरों का कहना है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के मद्देनजर जारी देशव्यापी संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान हमें कार्य से हटा दिया गया. साथ ही प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि लॉकडाउन के बाद उन्हें कार्य पर रख लिया जाएगा. लेकिन लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी मजदूरों को काम पर वापस नहीं लिया जा रहा है जिसे लेकर सभी मजदूरों ने जिला प्रशासन से लेकर महामहिम राष्ट्रपति तक गुहार लगाई है. मजदूरों का कहना है कि मुख्यमंत्री और सांसद के अनुशंसा के बावजूद अभी तक प्रबंधन ने उन्हें कार्य पर नहीं रखा है. प्रबंधन अगर इसी तरह नजरअंदाज करती रही तो आने वाले दिनों में हर्ल का चक्का जाम करने की चेतावनी मजदूरों ने दी है.

धनबादः सिंदरी हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड के अधीनस्थ एमटीसी कंपनी में कार्यरत 70 लोगों को लॉकडाउन के दौरान कार्य से हटा दिया गया. हटाए गए 70 मजदूर पूर्व से ही कार्यरत थे. वापस कार्य पर रखने की मांग को लेकर सभी मजदूरों ने हर्ल कंपनी के मुख्य गेट के समक्ष नग्न अवस्था में जमकर प्रदर्शन किया और इस दौरान मजदूरों ने प्रबंधन विरोधी नारे भी लगाए.

ये भी पढ़ें-विधायक इरफान अंसारी का बयान, कहा- प्रदेश अध्यक्ष करें विधायकों का नाम सार्वजनिक

नग्न प्रदर्शन कर रहे मजदूरों का कहना है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के मद्देनजर जारी देशव्यापी संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान हमें कार्य से हटा दिया गया. साथ ही प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि लॉकडाउन के बाद उन्हें कार्य पर रख लिया जाएगा. लेकिन लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी मजदूरों को काम पर वापस नहीं लिया जा रहा है जिसे लेकर सभी मजदूरों ने जिला प्रशासन से लेकर महामहिम राष्ट्रपति तक गुहार लगाई है. मजदूरों का कहना है कि मुख्यमंत्री और सांसद के अनुशंसा के बावजूद अभी तक प्रबंधन ने उन्हें कार्य पर नहीं रखा है. प्रबंधन अगर इसी तरह नजरअंदाज करती रही तो आने वाले दिनों में हर्ल का चक्का जाम करने की चेतावनी मजदूरों ने दी है.

Last Updated : Jul 16, 2020, 4:33 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.