पाकुड़: लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद प्रशासन स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की कवायद में है. राजनीतिक दल चुनावी एजेंडा और प्रत्याशियों के चयन में जुटे हैं, तो क्षेत्र की जनता बीते पांच साल के कार्यकाल को ध्यान में रखकर आगामी अपने सांसद को चुनने के लिए मन बनाने लगे हैं. लेकिन इसी चुनावी समर में एक ऐसे भी सांसद हैं जो खुद अपने काम से खुश नहीं हैं.
खुद के ताम से खुश नहीं
राजमहल संसदीय क्षेत्र का चुनाव अंतिम चरण यानी 19 मई को होगा. लेकिन अभी से मतदाता प्रत्याशियों के चयन के लिए उनके काम काज की समीक्षा कर रहे हैं. इस क्षेत्र से विजय हांसदा सांसद हैं एक बार फिर वह उम्मीद जता रहे हैं कि उन्हें महागठबंधन की तरफ से उम्मीदवार बनाया जाएगा. हालांकि पिछले पांच साल में किए गए काम से वह खुश नहीं हैं.
'राज्य की मशीनरी पूरी तरह विफल'
इधर, राजमहल संसदीय क्षेत्र के झामुमो सांसद विजय हांसदा ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में हमारा क्षेत्र सबसे पिछड़ा पायदान पर है. उन्होंने कहा कि वह खुद अपने कार्यकाल में हुए कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि राज्य की मशीनरी पूरी तरह विफल है.
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'कई योजनाएं भी समय पर पूरी नहीं हो पाई'
हांसदा ने कहा कि शिलान्यास की गई कई योजनाएं भी समय पर पूरी नहीं हो पाई. सांसद ने कहा कि अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल करने का मामला हो, या जरूरतमंद लोगों को राशन दिलाने का, या मनरेगा के तहत मजदूरों को 100 दिनों का रोजगार मुहैया कराने का सभी मामलों में हम प्रयास किए पर शत प्रतिशत सफल इसलिए नहीं हो पाए कि राज्य सरकार की एजेंसी को जो सहयोग करना चाहिए था किया नहीं.