धनबाद: पिछले दिनों केंदुआडीह थाना क्षेत्र के गोधर स्थित किराना दुकानदार से 7 लाख रुपए की फोन से रंगदारी मांगी गई थी. इसे लेकर पुलिस छानबीन कर रही थी. इस दौरान पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि रंगदारी मांगने वाला एक 15 साल का नाबालिग छात्र है. जो सातवीं कक्षा में पढ़ता है. फिलहाल, पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया है. जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है.
गोधर के किराना दुकानदार विनय कुमार ने केंदुआडीह थाना में फोन पर सात लाख रुपए की रंगदारी मांगने का प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर जांच पड़ताल की. पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के अनुसार एक परिवार से पूछताछ की. पुलिस ने जब परिवार के साथ थोड़ी सख्ती दिखाई तो नाबालिग खुद ही थाना पहुंचा और रंगदारी मांगने में अपनी संलिप्तता बताई. हालांकि रंगदारी किस कारण ने छात्र ने मांगी, इस बात का अब तक खुलासा नहीं हो सका है.
ये भी देखें- जेएमएम का बीजेपी पर हमला, कहा 'बेदाग' रघुवर सरकार के कार्यकाल में आदिवासी जमीनों की हुई रजिस्ट्री
बता दें कि व्यवसायी ने केंदुआडीह थाना की पुलिस को रंगदारी मांगने की लिखित जानकारी दी थी लेकिन स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. जिसके बाद जिले के एसएसपी अखिलेश बी वारियर से मिलकर शिकायत की गई थी.