धनबाद: गुलाब चक्रवात का कोयलांचल पर काफी असर रहा है. भारी बारिश के कारण बीसीसीएल के बस्ताकोला क्षेत्र के राजापुर परियोजना, बस्ताकोला न्यू परियोजना और कुसुंडा क्षेत्र के एना फायर परियोजना में काम प्रभावित रहा. धनबाद से बोर्रागढ होते दामोदर नदी तक जाने वाली कारी जोडिया नदी का जल स्तर बढ़ने से आसपास की भूमिगत खदानों पर खतरा मंडराने लगा है. क्षेत्र के अन्य परियोजना में सुरक्षा को देखते हुए काम ठप किया गया है.
भारी बारिश के कारण आसपास के इलाके में लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं. लगातार बारिश के कारण बीसीसीएल एरिया 4 के केशलपुर खदान में कमारी जोरिया का पानी घुस गया है. जिसके कारण खदान को बंद कर दिया गया है. वहां किसी भी कर्मी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. खदान से पानी निकालने के लिए रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है. इधर, कारी जोडिया नदी का जल स्तर खतरे के निशान से उपर पहुंच गया है.
बारिश के कारण यहां हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ता है. 2020 में भी जोडिया नदी का पानी एना आरके ट्रांस्पोर्ट आउटसोर्सिंग परियोजना में घुस की स्थिति बन गई थी. जिसके बाद प्रबंधन को काम रोकना पड़ा था. जबकि 27 सितंबर 2019 में जोडिया नदी का बांध अचानक टूट गया था जिससे तेज रफ्तार से जोडिया का पानी एना परियोजना में प्रवेश कर गया था. हालांकि इस दौरान वहां काम कर रहे लोगों ने पानी को आते देख लिया और सतर्क हो गए थे जैसे ही उन्हें बाध टूटने की जानकारी मिली तो सभी ने भाग कर अपनी जान बचाई.
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एना परियोजना पदाधिकारी प्रणव दाास ने कहा कि बरसात से कुछ समस्या होती रही है. उत्पादन में गिरावट आया है. फिर भी पानी से बचाव को लेकर पूरी तैयारी की गई है. हर समय निगरानी की जा रही है. इसके अलावा पानी की निकासी के लिए दूसरे तरफ से बांध भी काटा गया है.
लगातार बारिश से दोबारी रजवार बस्ती, बस्ताकोला सात नंबर, बर्फकल भुइयां बस्ती, लिलोरी पत्थरा, लोदना, तिसरा, घनुडीह मल्लाह पट्टी आदि क्षेत्र के लोगों मे डर का माहौल है. इस आग और भूघसान प्रभावित बस्ती में गैस रिसाव ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है.