धनबादः झारखंड राज्य पिछड़ा आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने धनबाद के विभिन्न इलाकों में बसे गोस्वामी जाति के लोगों से मुलाकात की. पिछड़ी जाति में शामिल करने को लेकर उनसे विचार विमर्श किया गया. गोस्वामी जाति के लोगों की ओर से टीम को बताया गया कि गोसाईं जाति की कई उपजातियों को सरकार की ओर से पिछड़ी जाति में शामिल किया गया है. गोसाईं और गोस्वामी दोनों एक ही जाति है. गोस्वामी जाति को भी पिछड़ी जाति का दर्जा देने की अपील लोगों ने की है. इसे लेकर आयोग की टीम पूरी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगी.
झारखंड राज्य पिछड़ा आयोग के सदस्यों ने धनबाद परिसदन में बताया कि जिले के कई गांव का उन्होंने दौरा किया, जिसमें गोस्वामी समाज की ओर से पिछड़ी जाति में शामिल किए जाने की मांग को लेकर समाज के लोगों से मुलाकात की. आयोग के सदस्यों ने बताया कि गोस्वामी समाज का कहना है कि झारखंड में गोसाईं और गोस्वामी एक ही जाति से आते हैं, जबकि राज्य में गोसाईं समाज को पिछड़ा दर्जा प्राप्त है, लेकिन गोस्वामी को नहीं. ऐसे में उन्हें आवासीय और जाति प्रमाण पत्र बनाने में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसलिए गोस्वामी समाज को भी गोसाईं समाज की भांति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की प्रक्रिया की जाए.
इस मांग के आलोक में पिछड़ा वर्ग आयोग के 3 सदस्यीय टीम ने जिले में कई गांव का दौरा कर वहां के गोस्वामी समाज के लोगों से मिले. इसके बाद उन्होंने बताया कि कई गांवों का दौरा कर समाज के लोगों से बात की है. वहीं, जिले के अधिकारियों के साथ टीम ने एक बैठक की जिसमें एक रिपोर्ट तैयार कर विधानसभा को भेजी जाएगी.