धनबादः आईआईटी, आईएसएम में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स सिर्फ डिग्रियां हासिल नहीं करते बल्कि समाज को स्वच्छता के प्रति एक नई दिशा देने का काम कर रहे हैं. करीब 25 ऐसे छात्र हैं, जो अपनी पढ़ाई के साथ-साथ किशोरियों को पीरियड के दौरान स्वच्छता का खास ख्याल रखने के लिए जागरूक कर रहें हैं. किशोरियों को जानकारी देने के लिए सबसे अच्छी और उपयुक्त जगह इन्होंने स्कूल को चुना है.
छोटे-छोटे कस्बों में भी जाकर वहां की महिलाओं और किशोरियों को पीरियड्स के बारे में जानकारी देते हैं. स्कूलों में पढ़ने वाली किशोरियों को ये कई तरह की जानकारी देते हैं. स्कूलों में सेनेटरी पैड का वितरण भी ये छात्र निःशुल्क कर रहे. किशोरियां भी सेनेटरी पैड पाकर काफी खुश नजर आती हैं.
सेनेटरी डोनेशन स्पेशल ड्राइव
वहीं, आईएसएम की पीएचडी स्कॉलर शालिनी बताती है कि सबसे पहले हमने सेनेटरी डोनेशन स्पेशल ड्राइव चलाया. उसके बाद हमने इस कार्यक्रम की शुरुआत की. पीरियड्स के दौरान शरीर पर किस तरह के प्रभाव पड़ते हैं. कैसे उन्हें अपने आप को स्वच्छ रखकर बीमारियों से ग्रसित होने से बचना है. ऐसे कई सारी बातों की जानकारी हम बच्चियों को देते हैं. उन्होंने कहा कि किशोरियां भी मुझे अपनी पीरियड्स की समस्या खुलकर बताती हैं.
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दिक्कतों की चर्चा खुलकर करें लड़कियां
वहीं सोनल कहती है कि हमें पीरियड्स के दौरान कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. घर पर भी पीरियड्स की चर्चा नहीं कर पाते थे, इसलिए हमने लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का तय किया. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी लड़कियां पीरियड्स के दौरान होने वाली दिक्कतों की चर्चा खुलकर करें, ताकि उसका समाधान आसानी से निकल सके.
लड़कियों में कम हुआ संकोच
वहीं, आईएसएम स्टूडेंट्स के इस जागरूकता कार्यक्रम पर बच्चियां कहती हैं कि पीरियड्स को लेकर लोगों के गंदे विचार हैं. जिसमें सुधार लाने की अच्छी पहल आईएसएम के स्टूडेंट्स की ओर से की जा रही है. इनकी जागरूकता के कारण लड़कियों में शर्माहट और संकोच कम हुआ है. बच्चियों ने कहा कि इस कार्यक्रम से सभी को काफी फायदा मिलेगा. पूरे देश में इस तरह का अभियान चलाया जाना चाहिए.
इनसे सीख लेने की जरूरत
बहरहाल, जिस तरह आईआईटी आइएसएम के स्टूडेंट्स अपनी जिम्मेदारी उठा रहे हैं. अन्य संस्थानों के स्टूडेंट्स को भी इनसे सीख लेकर और समाज हित में अलग हटकर कुछ करने की जरूरत है. तभी विश्व के अग्रणी देशों में भारत का नाम शुमार हो सकेगा.