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IIT ISM 41st Convocation में शामिल हुए राज्यपाल रमेश बैस, संस्थान की तरीफ करते हुए जिम्मेदारियों का भी कराया अहसास - Jharkhand news

IIT ISM 41st Convocation समारोह में राज्यपाल रमेश बैस शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने संस्थान की जमकर तारीफ की. इसके अलावा उन्होंने देश प्रति जिम्मेदारियों का भी अहसास कराया.

Governor Ramesh Bais
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Published : Aug 13, 2022, 3:48 PM IST

Updated : Aug 13, 2022, 4:01 PM IST

धनबाद: राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) आईआईटी आईएसएम के 41वें दीक्षांत समारोह (IIT ISM 41st Convocation) में शामिल हुए. दो दिवसीय दीक्षांत समारोह के पहले दिन 1100 छात्रों को डिग्री और मेडल देकर उन्हें सम्मानित किया गया. दूसरे दिन भी 1100 छात्रों को डिग्री और मेडल से नवाजा जाएगा. अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल रमेश बैस आईआईटी आईएसएम (IIT ISM) के अध्ययन के साथ ही सामाजिक दायित्व का निवर्हन के लिए काफी प्रसंसा की.

ये भी पढ़ें: भारत सरकार ने जारी की उच्च शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग, 11 से 14वें पायदान पर फिसला आईआईटी आईएसएम धनबाद

राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि पूर्व के छात्रों का यह एक ऐतिहासिक पल है, सभी छात्र विशेष प्रसंसा के पात्र हैं. राज्यपाल ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की भी कामना की. उन्होंने कहा कि इस दीक्षांत समारोह में उनका शमिल होना गौरव की बात है. इस संस्थान ने ऊर्जा और तकनीक के क्षेत्र में नित्य नई उपलब्धि हासिल की हैं. आईआईटी बनने के बाद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भी असाधारण प्रगति की है. आईआईटी आईएसएम जैसे संस्थान सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि शोध और कृषि के क्षेत्र में भी काफी उन्नति की है. राष्ट्रीय लक्ष्य को हासिल करने में भी यह संस्थान अपनी भूमिका निभा रहा है. यह संस्थान इनोवेशन और शोध को बढ़ावा दे रहा है. संस्थान के छात्रों ने विश्व भर में देश और राज्य का मान बढ़ाया है.

देखें वीडियो
राज्यपाल ने कहा कि आइएसएम ना सिर्फ शैक्षणिक कार्यक्रम के माध्यम से बल्कि व्यवहारिक परियोजना के जरिए जनजाति समुदाय को प्रद्योगिकी से लाभ पहुचाने की दिशा में काम कर रहा है. संस्थान ने जामताड़ा के जिले के अनुसूचित जन जाति के लोगों के जीवन मे बदलाव लाने के लिए कृषि आधारित उद्यमियों के विकास के लिए ध्यान केंद्रित किया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा का लक्ष्य मात्र उपाधि प्राप्त करने तक सीमित नहीं है और ना ही धन प्राप्ति का एक जरिया ही है. शिक्षा मनुष्य को चरित्रवान बनाने और जिम्मेदार नागरिक बनाने का महत्वपूर्ण साधन है. किसी शिक्षण संस्थान के लिए वहां के पूरे समाज का योगदान होता है. इसलिए संस्थान को वहां के समाज के प्रति भी जिम्मेदारी है.

धनबाद: राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) आईआईटी आईएसएम के 41वें दीक्षांत समारोह (IIT ISM 41st Convocation) में शामिल हुए. दो दिवसीय दीक्षांत समारोह के पहले दिन 1100 छात्रों को डिग्री और मेडल देकर उन्हें सम्मानित किया गया. दूसरे दिन भी 1100 छात्रों को डिग्री और मेडल से नवाजा जाएगा. अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल रमेश बैस आईआईटी आईएसएम (IIT ISM) के अध्ययन के साथ ही सामाजिक दायित्व का निवर्हन के लिए काफी प्रसंसा की.

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राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि पूर्व के छात्रों का यह एक ऐतिहासिक पल है, सभी छात्र विशेष प्रसंसा के पात्र हैं. राज्यपाल ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की भी कामना की. उन्होंने कहा कि इस दीक्षांत समारोह में उनका शमिल होना गौरव की बात है. इस संस्थान ने ऊर्जा और तकनीक के क्षेत्र में नित्य नई उपलब्धि हासिल की हैं. आईआईटी बनने के बाद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भी असाधारण प्रगति की है. आईआईटी आईएसएम जैसे संस्थान सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि शोध और कृषि के क्षेत्र में भी काफी उन्नति की है. राष्ट्रीय लक्ष्य को हासिल करने में भी यह संस्थान अपनी भूमिका निभा रहा है. यह संस्थान इनोवेशन और शोध को बढ़ावा दे रहा है. संस्थान के छात्रों ने विश्व भर में देश और राज्य का मान बढ़ाया है.

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राज्यपाल ने कहा कि आइएसएम ना सिर्फ शैक्षणिक कार्यक्रम के माध्यम से बल्कि व्यवहारिक परियोजना के जरिए जनजाति समुदाय को प्रद्योगिकी से लाभ पहुचाने की दिशा में काम कर रहा है. संस्थान ने जामताड़ा के जिले के अनुसूचित जन जाति के लोगों के जीवन मे बदलाव लाने के लिए कृषि आधारित उद्यमियों के विकास के लिए ध्यान केंद्रित किया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा का लक्ष्य मात्र उपाधि प्राप्त करने तक सीमित नहीं है और ना ही धन प्राप्ति का एक जरिया ही है. शिक्षा मनुष्य को चरित्रवान बनाने और जिम्मेदार नागरिक बनाने का महत्वपूर्ण साधन है. किसी शिक्षण संस्थान के लिए वहां के पूरे समाज का योगदान होता है. इसलिए संस्थान को वहां के समाज के प्रति भी जिम्मेदारी है.
Last Updated : Aug 13, 2022, 4:01 PM IST
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