धनबाद: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद कोयलांचल धनबाद में भी उनकी यादें एक बार फिर से ताजा हो गई हैं. 10 मई 2014 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आईएसएम में आयोजित 36वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने यहां स्टूडेंट्स को डिग्रियां, उपाधि और प्रशस्ति पत्र सौंपी थी.
एक घंटे रूके थे प्रणब मुखर्जी
मंच से तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोगों को संबोधित भी किया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि सिर्फ डिग्रियां हासिल ना करें, बल्कि इस संस्थान ने जो अनुभव दिया है उसे निजी जीवन में लाकर अपने आप में निखार लाने की कोशिश करें. करीब एक घंटे वह आईएसएम कैंपस में रहे थे. प्रोफेसर धीरज ने बताया कि सिर्फ एक बार ही दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए उन्हें पत्र भेजा गया था. जिसके बाद उन्होंने तुरंत इसकी स्वीकृति दे दी थी.
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मंच पर एक जैसी कुर्सियां लगाई गई थी
आईएसएम के सुरक्षा अधिकारी राम मनोहर ने बताया कि दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन हुआ था. उस ऐतिहासिक क्षण को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने बताया कि मंच पर राष्ट्रपति के लिए कोई अलग से बड़ी कुर्सी नहीं लगाई गई. उनके आग्रह पर ही आईएसएम के दीक्षांत समारोह में मंच पर एक जैसी कुर्सियां लगाई गई थी. यह काफी चर्चा का विषय भी बना था.