धनबाद: बीसीसीएल की ओर से उत्पादित कोयले के बड़े स्टॉक में आग लगी है, जिससे हर दिन कोयला जलकर राख हो रहा है. इससे कंपनी को तो नुकसान हो ही रहा है साथ ही राष्ट्र की संपत्ति भी भी जलकर खाक हो रही है.
ये भी पढ़ें- कोरोना वायरस को निष्क्रिय करने वाला मास्क तैयार
बीसीसीएल की राजापुर परियोजना में डेको आउटसोर्सिंग कंपनी ओबी उत्खनन के बाद कोयले का उत्खनन कर रही है. कोयले के उत्खनन के कारण बड़ी मात्रा में स्टॉक खड़ा हो गया है. कोयले का स्टॉक करीब 2 लाख टन बताया जा रहा है. इस स्टॉक में आग लगी हुई है. हर दिन जलकर कोयला बर्बाद हो रहा है.
यूनियन के नेताओं का कहना है कि आउटसोर्सिंग और बीसीसीएल प्रबंधन की लापरवाही के कारण भारी नुकसान होने की आशंका है. दस से पंद्रह फीसदी कोयला जल जाने की बात कही जा रही है. तत्काल यदि व्यवस्था नहीं की गई तो और भी नुकसान होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. यह देश और राष्ट्र की संपत्ति का नुकसान है. कोयले को सुरक्षित रखना प्रबंधन का काम है.
वहीं, बस्ताकोला एरिया नाइन के जीएम सोमेन चटर्जी का कहना है कि यह स्टॉक नवम्बर दिसम्बर का है, जिसे डिस्पैच नहीं किया जा सका. अब धीरे-धीरे कोयले का डिस्पैच बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि कोयले के नीचे गर्म ओबी है, जिसके कारण कोयले के स्टॉक में आग लग गई. कोयले के स्टॉक में लगी आग को पाइप के जरिए बुझाने का काम चल रहा है.