धनबाद: जिले में उपायुक्त उमाशंकर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभागार में एक बैठक की गई. इस दौरान उपायुक्त ने आउटसोर्सिंग परियोजना में आए दिन उत्पन्न होने वाली बाधा और अन्य समस्याओं को लेकर चर्चा की. इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि आउटसोर्सिंग एजेंसी का काम बाधित करने वालों पर बीसीसीएल प्रबंधन नामजद प्राथमिकी दर्ज कराएं. प्राथमिकी में दर्ज नामजदों के विरुद्ध पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.
उपायुक्त ने आउटसोर्सिंग कंपनियों को मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) के अनुसार परियोजना स्थल पर सीसीटीवी कैमरा लगाने और सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड को भी प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया.
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डीसी ने दिया निर्देश
बैठक में डीसी ने सभी पुलिस उपाधीक्षक से बाधा उत्पन्न करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने और भविष्य में आउटसोर्सिंग परियोजना में किसी प्रकार की भी अप्रिय घटना नहीं घटे, यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने सीआईएसएफ को भी निर्देश दिया कि वो परियोजना का निरीक्षण कर सर्वे पोस्ट पर सुरक्षाकर्मियों को प्रतिनियुक्त करें और एक टीम बनाकर सुरक्षा की स्थिति का आकलन करें. उपायुक्त ने कहा कि दस दिनों के अंदर जिला प्रशासन से एक टीम का गठन कर आउटसोर्सिंग परियोजना का निरीक्षण किया जाएगा. यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि एमओयू के अनुसार सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है या नहीं.
ये लोग रहे मौजूद
बैठक में उपायुक्त उमाशंकर सिंह, प्रभारी एसएसपी सह सिटी एसपी आर रामकुमार, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था अनिल कुमार, निदेशक डीआरडीए संजय कुमार भगत, अनुमंडल दंडाधिकारी राज महेश्वरम, माइनिंग एरिया के सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रभारी और बीसीसीएल के सभी 12 एरिया के महाप्रबंधक एवं आउटसोर्सिंग कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.